पश्चिमी चंपारण जिला के बेतिया से बड़ी खबर है. निगरानी की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बेतिया सीओ को गिरफ्तार किया है. मामला ढ़ाई लाख रूपये रिश्वत लेने का है. सीओ को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ा गया है. आज, यानी 2 नवंबर को अहले सुबह ही बेतिया शहर के कमलनाथनगर स्थित सीओ श्यामाकांत प्रसाद के आवास पर निगरानी की टीम ने धावा बोला और ढ़ाई लाख रुपये के साथ सीओ को गिरफ्तार कर लिया.
सीओ की गिरफ्तारी से प्रशासनिक महकमे में खलबली
चार दिनों के भीतर ही विजलेंस की दूसरी कार्रवाई से प्रशासनिक महकमे में खलबली मच गई है. राजस्व कर्मचारी के बाद, अब सीओ की गिरफ्तारी होने पर अंचल कार्यालयों की व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा हो गया है. 29 अक्टूबर को ही निगरानी की टीम ने चनपटिया के राजस्व कर्मचारी जगदीश राम को 12 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. इसके बाद, चार दिनों के अंदर ही निगरानी की दूसरी बड़ी कार्रवाई से हड़कंप मच गया है.
ये है पूरा मामला
बता दें कि विनोद कुमार गुप्ता नाम के एक व्यक्ति ने 29 अक्टूबर को निगरानी विभाग में सीओ के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके सत्यापन के बाद आज कार्रवाई की गई है. मामला यह है कि विनोद कुमार गुप्ता ने वर्ष 1987 में इस्मत अली से चार कट्ठा ढ़ाई धुर जमीन खरीदी थी. जमीन के दाखिल खारिज के साथ ही जमीन पर कब्जा भी विनोद का ही है.
वहीं, 6 अगस्त 2020 को जमीन बेचने वाले इस्मत अली के भतीजे की विधवा पत्नी सकीला खातून ने उस जमीन का दाखिल खारिज अपने नाम से कराने के लिए सीओ को आवेदन दिया था. जिसके बाद से सीओ द्वारा विनोद कुमार गुप्ता को पैसे के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा. इस बीच सीओ ने 22 अक्टूबर 2021 को जमीन की पैमाइश कराने के लिए अमीन भेज दिया.
इधर, 27 अक्टूबर को सीओ के इशारे पर पुलिस ने विनोद कुमार गुप्ता द्वारा जमीन पर कराए जा रहे निर्माण कार्य पर रोक लगा दी. इसके बाद, पीड़ित विनोद सीओ के पास गुहार लगाने पहुंचा, तब सीओ ने मामले को रफा-दफा करने के लिए ढ़ाई लाख रुपये की मांग की. इसकी शिकायत पीड़ित ने 29 अक्टूबर को निगरानी में की थी.
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