मुजफ्फरपुर में दीपावली के बाद से वायु प्रदूषण का स्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा। सड़क पर उड़ रहे धूलकण व जाम से लगातार प्रदूषण का ग्राफ ऊपर चल रहा है। गुरुवार को मुजफ्फरपुर का एक्यूआइ 347, पटना का 336 व गया का 187 एक्यूआइ रहा।
सांस संबंधी बीमारियों का बढ़ रहा प्रभाव: सदर अस्पताल के मेडिसिन विशेषज्ञ डा.एसके पांडेय ने बताया कि प्रदूषण बढ़ने से लोगों में सुबह में सांस लेने में परेशानी की शिकायतें मिल रही हैं। आम लोगों से अपील है कि वह मास्क का उपयोग करें। कचरे को इधर-उधर नहीं जलाएं। शहर में जाम भी प्रदूषण को बढ़ावा देने में सहायक हो रहा है। इससे बचाव पर ध्यान देने की जरूरत है।
प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों पर कार्रवाई तेज कर दी गई है। परिवहन विभाग द्वारा गुरुवार को चलाए गए अभियान में कई वाहनों पर जुर्माने का डंडा चला। एमवीआइ रंजीत कुमार ने अहियापुर स्थित प्रदूषण जांच केंद्र के पास अभियान चलाकर दर्जनों वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्र की जांच की। इस दौरान आटो, बाइक, चार पहिया समेत कई वाहनों पर प्रदूषण उल्लंघन पर जुर्माना किया गया। एमवीआइ ने बताया कि प्रदूषण समेत परिवहन नियमों के उल्लंघन करने वाले वाहन मालिकों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जाएगा। ज्ञात हो कि जिले में काफी संख्या में अनफिट वाहनों का परिचालन हो रहा है। इनमें से अधिकतर के पास प्रदूषण व फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं है।
ये बन रहे प्रदूषण के मुख्य कारण, वातावरण में घोल रहे जहर
मिलावटी तेल से चल रहे और पुराने वाहनों का धुआं
सड़कों पर उड़ रहे धूलकण और जाम
वायु गुणवत्ता का ये है मानक शून्य से 50 के बीच एक्यूआइ अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बहुत खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
Source : Dainik Jagran
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