डरबन. कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमिक्रॉन दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है. पिछले एक हफ्ते में ही यह दक्षिण अफ्रीका से लेकर 25 देशों में पहुंच चुका है. सबसे ज्यादा खराब स्थिति साउथ अफ्रीका में चल रही है. यहां एक दिन में ही ओमिक्रॉन केस दोगुने हो गए हैं. हालात कितने चिंताजनक हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लग सकता है कि साउथ अफ्रीका में लेवल वन का लॉकडाउन लगा दिया गया है. बाजार बंद चल रहे हैं, सड़कें सूनी पड़ चुकी हैं और लोग फिर अपने घर की चहारदीवारी में कैद दिख रहे हैं.
साउथ अफ्रीका में कुल पांच तरह के लॉकडाउन लगाए जा सकते हैं. इसमें सबसे सख्त लॉकडाउन पांचवी श्रेणी का माना जाता है. अभी के लिए लॉकडाउन की पहली श्रेणी से ही लोग परेशान होने लगे हैं. व्यापारी बता रहे हैं कि उनका बिजनेस पूरी तरह ठप हो चुका है. नुकसान तो इसलिए भी हो रहा है क्योंकि कई देशों ने साउथ अफ्रीका पर ट्रैवल बैन लगा दिया है. इस लिस्ट में अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, थाइलैंड, ऑस्ट्रेलिया,सिंगापुर जैसे कई देश शामिल हैं.
24 नवंबर को सामने आया था पहला केस
ओमिक्रॉन वेरिएंट का पहला मामला साउथ अफ्रीका में 24 नवंबर को सामने आया था. उस समय ही वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी थी कि उनके देश में कोरोना का एक नया वेरिएंट पाया गया है, जो 30 से ज्यादा बार म्यूटेट हुआ है. ऐसा डर है कि ये वेरिएंट दूसरे वेरिएंट की तुलना में काफी तेजी से फैल सकता है. देश में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. पिछले 24 घंटे में भी 11 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. अस्पताल मरीजों से भरे हुए हैं और स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं.
गुआटेंग प्रांत से लिए गए थे 77 सैंपल
15 नवंबर के आस-पास गुआटेंग प्रांत से 77 सैंपल लिए गए और इनकी सीक्वेंसिंग की गई. गहन जांच पड़ताल के बाद एक्सपर्ट्स इस नतीजे पर पहुंचे कि ये कोरोना वायरस का नया वेरिएंट है. इसका जीन इसलिए पकड़ में नहीं आ रहा था, क्योंकि यह म्यूटेट हो चुका है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इस नए वेरिएंट का नाम B.1.1.529, यानी ओमिक्रॉन रखा. 26 नवंबर को इसे चिंताजनक वेरिएंट घोषित किया गया. इसके बाद से 24 देशों में ये नया वैरिएंट पाया जा चुका है.
सभी मरीजों में अभी हल्के लक्षण
इस बीच ओमिक्रॉन वेरिएंट के बारे में दुनिया को बताने वाले दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिकों ने राहत देने वाला दावा किया है. इन वैज्ञानिकों ने कहा है कि कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट में प्राइमरी लेवल पर डेल्टा वेरिएंट से हल्के लक्षण मिले हैं. दक्षिण अफ्रीकी मेडिकल एसोसिएशन के प्रमुख डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ने कहा कि नए वेरिएंट में मरीजों को थकान, शरीर में दर्द जैसे लक्षण मिल रहे हैं.
Source : News18
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