बिहार के सभी शहरों और गांवों के हर घर में मार्च 2025 तक स्मार्ट प्री-पेड मीटर राज्य सरकार लगा देगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को इसकी घोषणा की। कहा कि स्मार्ट प्री-पेड मीटर लग जाने से लोगों के साथ अन्याय नहीं होगा। वे जितनी बिजली खपत करेंगे, उस अनुरूप बिल्कुल वही बिल आएगा। साथ ही इससे बिजली का दुरुपयोग भी रुकेगा। दूसरी ओर विद्युत कंपनियों को भी लाभ होगा। पांच चरणों में यह काम पूरा होगा। यह हमलोगों का अपना कॉन्सेप्ट है।
मुख्यमंत्री बुधवार को पुनाईचक में पावर होल्डिंग कंपनी की आवासीय कॉलोनी में नवनिर्मित ऊर्जा ऑडिटोरियम में 12,657 करोड़ की लागत के स्मार्ट प्री-पेड मीटर की राज्यव्यापी योजना का विधिवत शुभारंभ करने के बाद अपना संबोधन दे रहे थे। इस मौके पर उन्होंने 3452 करोड़ की लागत की ऊर्जा विभाग की विभिन्न योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया। कहा कि शहरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाने का काम पहले से चल रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी इसे लगाने के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है। इसकी शुरुआत जनवरी 2022 में कर दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने पदाधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि मार्च 2025 का आपलोगों ने इस कार्य को पूरा करने का लक्ष्य रखा है, पर हम चाहेंगे कि सालभर पहले ही यह हो जाये। इसके लिए आपलोग और तेजी से काम करें।
मुफ्त में बिजली देना गलत बात
मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक कीमत पर बिजली खरीद कर कम दर पर राज्य में लोगों को इसे उपलब्ध कराया जा रहा है। हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है। पर, अब भी कुछ लोग बायें-दायें बात करेंगे, जिससे घबराने की जरूरत नहीं है। हमलोगों को लोगों के हित के लिए काम करते रहना है। कहा कि कुछ लोग मुफ्त में बिजली देने की बात कहेंगे। ऐसी बात करने वाले जरा वहां की स्थिति पता कर लें, जहां पर मुफ्त बिजली दी जा रही है। मुफ्त में बिजली देना बहुत गलत बात है।
शहरों के 3.5 लाख घरों में लग चुका है स्मार्ट मीटर
सीएम ने कहा कि अब स्मार्ट मीटर लग जाने के अधिक बिजली बिल आने की समस्या समाप्त हो जाएगी। शहरों के साढ़े तीन लाख घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगा दिया गया है। स्मार्ट मीटर लगाने वाला बिहार पहला राज्य है।
Source : Hindustan
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