राज्य में चल रहे सभी सरकारी एवं निजी एंबुलेंस को एक ही नंबर से जोड़ने की कोशिश तेज हो गई है। सभी सरकारी-निजी एंबुलेंस का एक ही नंबर 102 होगा, जिसे डायल करने पर पीड़ित तक सहायता पहुंचेगी। सड़क हादसों में हताहत की संख्या कम करने व त्वरित मदद के लिए यह निर्णय लिया गया है। परिवहन विभाग के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में प्रक्रिया शुरू कर दी है। मार्च तक इस काम को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
एक ही आपातकालीन नंबर से जुड़ने के बाद सभी प्राइवेट एंबुलेंस का राज्य स्तर पर डेटाबेस हर जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास रहेगा। इनकी सरकारी निगरानी तो होगी ही, एंबुलेंस का किराया भी तय किया जाएगा।
इसके साथ ही राज्य में चल रहे सभी निजी एंबुलेंस चालकों को अब प्रशिक्षित पारा मेडिकल स्टाफ अनिवार्य रूप से रखना होगा। अगले माह से बिना प्रशिक्षित कर्मियों के चल रहे एंबुलेंस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मालूम हो कि देश में सबसे अधिक सड़क हादसों में 72 प्रतिशत मौतें बिहार में ही होती हैं।
Source : Dainik Jagran