क्या कोई करीम तेलगी  बिहार में सक्रिय है? यह सवाल उस बड़ी खबर के सामने आने के बाद उठा है जो बिहार की राजधानी पटना से सामने आई है. जीहां, पटना हाईकोर्ट में जाली स्टाम्प का मामला सामने आया है और उसके बाद इस रैकेट की तलाश की जा रही है.

इस बात का खुलासा तब हुआ जब जाली स्टाम्प पेपर पर पटना हाईकोर्ट में केस फाइल हुआ. मामले की गभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट के चार एडवोकेट क्लर्क पर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है. हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार जय कुमार सिंह की लिखित शिकायत पर एडवोकेट क्लर्क आशीष, जीएन सिंह, जी पंडित और प्रदीप प्रसाद के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया है.

पटना पुलिस के अधिकारियों की मानें तो मामले की जांच चल रही है और छानबीन के बाद मामले में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी. मिली जानकारी के अनुसार इस मामले में जिन लोगों को नामजद आरोपी बनाया गया है वे आरोपी एडवोकेट क्लर्क हैं. इन्होंने जाली स्टाम्प के जरिए कुल 7 केस हाईकोर्ट में फाइल किए. कोर्ट के स्टाम्प रिपोर्टर को जब स्टाम्प को लेकर शक हुआ, तब इसकी जाचं स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL) एसएचसीआईएल से कराई गई. एसएचसीआईएल ने जांच के बाद हाईकोर्ट को जानकारी दी कि ईकोर्ट फी स्टाम्प उनके स्तर पर जारी ही नहीं किया गया है. इसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए हाईकोर्ट के डिप्टी रजिस्ट्रार की लिखित शिकायत पर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज की गई है.

हाईकोर्ट ने पटना पुलिस को सख्त निर्देश दिया है कि वह इस पूरे रैकेट की जांच कर पर्दाफाश करे और इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करे. पटना पुलिस ने हाइकोर्ट के निर्देश को गंभीरता से लेते हुए पूरे मामले की फौरी तौर पर जांच भी शुरू कर दी है. पुलिस सूत्रों की मानें तो पूरे रैकेट को खंगालने की जिम्मेवारी विशेष टीम को सौंपने की बात कही जा रही है.

Source : News18

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