लता मंगेशकर का 92 साल की उम्र में निधन (Lata Mangeshkar Death) हो गया. उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली. वह पिछले 28 दिनों से वह मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं. इस दौरान उन्हें कई बार जनरल वार्ड और आईसीयू में रखा गया. हाल में उन्हें आईसीयू से शिफ्ट कर दिया गया था, लेकिन आज सुबह से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया.

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Corona) को कोरोना से संक्रमित और निमोनिया होने पर 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समधानी और उनकी टीम लगातार स्वर कोकिला के हेल्थ पर नजरें बनाए हुए हैं और उनके ट्रीटमेंट करने में लगातार जुटे हुए थे.

लता मंगेशकर के डॉक्टर ने दिया लेटेस्ट हेल्थ अपडेट

लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत समदानी (Dr. Pratit Samdani) ने सिंगर का लेटेस्ट हेल्थ अपडेट देते हुए उनकी सेहत के बारे में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि लता दी की तबीयत में फिलहाल कोई सुधार नहीं है. हमारी टीम की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है और वह अभी भी ICU में वेंटिलेटर पर डॉक्टरों की निगरानी में हैं. इससे पहले शनिवार शाम को उन्होंने बताया था कि उन्हें अग्रेसिव थैरेपी दी जा रही है.

कुछ दिन पहले फैलाई गई थी झूठी खबर

कुछ दिन पहले कथित तौर पर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Health Update) की हालत बिगड़ने की बात कही गई थी और इसके बाद उनकी प्रवक्ता ने इस खबर को झूठा करार दिया था. उन्होंने कहा था, ‘लोगों के बीच झूठी खबरों का फैलना, परेशान करने वाला है. कृपया ध्यान दें कि लता दीदी स्थिर हैं. कृपया उनकी शीघ्र घर वापसी के लिए प्रार्थना करें.’

अयोध्या में लता मंगेशकर की सेहत के लिए महायज्ञ

26 जनवरी को भारत रत्न सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए अयोध्या में आचार्य पीठ तपस्वी छावनी में राजसूय महायज्ञ का आयोजन किया गया. महायज्ञ तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगद्गुरु परमहंस आचार्य के संयोजन में सम्पन्न हुआ. लता दी की अच्छी सेहत के लिए महामृत्युंजय और संकटमोचन हनुमान के मंत्रों का जाप, वेद की रिचाओं के साथ संतों ने यज्ञशाला में आहुतियां डाली.

13 साल की उम्र से लता दी ने की करियर की शुरुआत

भारतीय सिनेमा के महान पार्श्व गायकों में से एक के रूप में, लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Career) ने साल 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं. अपने सात दशक से अधिक के करियर में उन्होंने ‘अजीब दास्तान है ये’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘तेरे लिए’ जैसे कई यादगार ट्रैक्स को अपनी आवाज दी है.

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