सरैया के बनिया में स्थित सीजीसी में रूरल टेक्नोलॉजी पार्क स्थापित होगा। टेक्नोलॉजी पार्क के विकसित होने से ग्रामीण युवाओं को स्वरोजगार के प्रति जागरूक किया जाएगा। पार्क में गैर परंपरागत ऊर्जा स्रोत, जल संरक्षण, कृषि तकनीक, जैविक खेती की तकनीक का ज्ञान कराने के साथ-साथ युवाओं को विभिन्न रोजगार के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। ये बातें राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान की ओर से सीजीसी में आयोजित समीक्षा बैठक में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कही।

मंत्री ने मधुपालकों, लघु कृषक संगठन के प्रतिनिधियों व प्रगतिशील किसानों के साथ बैठक की। मंत्री ने कहा की शहद, केला, बांस, जैविक खाद की टेक्नोलॉजी पर मुजफ्फरपुर व वैशाली में सघन रूप से कार्य किए जाएंगे। सीजीसी वैशाली के विकसित होने से ग्रामीण क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी। कहा कि मधुमक्खी पालन की टेक्नोलॉजी भी इस क्षेत्र के लिए काफी उपयोगी है। उन्होंने केला की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

इसके साथ ही औषधीय पौधों, सहजन व मक्के की खेती पर जोर दिया। मंत्री ने किसानों से कहा कि जैविक खाद के उत्पादन की आवश्यकता है, ताकि रासायनिक खादों की जगह जैविक खादों से फसलों को उपजाया जा सके। इससे स्वास्थ्य के अनुकूल फसल होगी और मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी संरक्षित रहेगी। एनआईआरडी के उपमहानिदेशक शशिभूषण ने कहा कि सीजीसी में स्थापित होने वाली 13 टेक्नोलॉजी में सफल टेक्नोलॉजी को एसएफए व अन्य सीजीसी से जुड़ी संस्थाओं के माध्यम से क्षेत्र में प्रचार प्रसार कराया जाएगा।

मौके पर प्रभारी पदाधिकारी अभिषेक अनंत, सीजीसी कर्मी नवीन कुमार सिंह, पद्मश्री किसान चाची राजकुमारी देवी, जयकृष्ण, डॉ. रामनिवास सिंह, कृष्ण कुमार, अनुपम कुमार आदि भी थे। उधर, सीजीसी बनिया के बाद मंत्री का काफिला अमैठा पहुंचा। वहां मुन्ना ठाकुर के प्लांट पर केंद्रीय मंत्री व सांसद वीणा देवी ने अंजीर व आम के पौधे लगाए।

Source : Hindustan

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