कारोबारी हत्याकांड में जांच दर जांच भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। घटना के छठे दिन भी किसी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। हालांकि पुलिस की तरफ से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है, मगर गोली मारने वाले अपराधी की गिरफ्तारी तो दूर पहचान भी नहीं हो सकी है। इस कारण कारोबारियों में आक्रोश व्याप्त है। नतीजा शुक्रवार को लोगों को सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना पड़ा। कई कारोबारियों ने कहा कि मुजफ्फरपुर पुलिस अपराध रोकने में पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। जिले में लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं। इसको लेकर कारोबारी जल्द ही डीजीपी से मिलेंगे। दूसरी ओर जांच की जद में कई नजदीकियों व परिचितों पर भी शक की सूई जा टिकी है। उनके मोबाइल नंबर का काल डिटेल्स निकाला जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि कई नंबरों को रडार पर लिया गया है। काल डिटेल्स खंगालकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस जल्द ही उन लोगों को पूछताछ के लिए बुलाने की तैयारी में जुटी है। हालांकि आधिकारिक रूप से अभी किसी का नाम नहीं खोला गया है। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच कर गुत्थी सुलझाने की कोशिश में विशेष टीम जुटी है। जल्द ही पूरा मामला साफ हो जाएगा। इधर,अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस की तरफ से लगातार छापेमारी का दावा किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि सौ से अधिक जगहों का सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया है। इसमें कई संदिग्ध अपराधियों की तस्वीर सामने आई है। हालांकि पुलिस अभी भी अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है।
Source : Dainik Jagran
ऐसे में पुलिस की कार्रवाई पर भी सवाल उठने लगे हैं। मालूम हो कि रविवार की शाम काली कोठी स्थित दुकान गोविंद कुमार ड्रोलिया दुकान बंद कर घर के लिए स्कूटी से निकले थे। एक रिश्तेदार के यहां उन्हें जाना था। इसलिए पड़ोस के एक सैलून से होते हुए वह घर पहुंचे थे। घर पर पहुंचते ही अपराधियों द्वारा गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी।