भाकपा (माओवादी) उत्तर बिहार सब जोनल कमेटी के कमांडर मिथिलेश राम को बीती रात बिहार एसटीएफ की मदद से मुजफ्फरपुर जिले के साहेबगंज थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। साहेबगंज थाने में 10 अक्टूबर 2017 को मिथिलेश के खिलाफ तत्कालीन थानेदार नवीन कुमार के बयान पर एफआईआर दर्ज की थी। फिलहाल उससे साहेबगंज थाने पर पूछताछ की जा रही है। मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। इसकी पुष्टी सरैया एसडीपीओ राजेश शर्मा ने की है।
एसडीपीओ ने बताया कि 10 अक्टूबर 2017 को साहेबगंज के जगदीशपुर नहर के समीप नक्सलियों ने एक बैठक की थी। पुलिस ने छापेमारी की थी। कई नक्सली भी मौके से गिरफ्तार हुए थे। पूछताछ में नक्सलियों ने पुलिस को उस वक्त बताया था कि जेल में बंद कमांडर मिथिलेश राम जेल से ही संगठन को मजबूत करने को लेकर बैठक बुलायी थी। उसके नेतृत्व में बैठक हुई थी। जहां से पर्चा, डेटोनेटर, हथियार व लेवी रसीद भी मिला था। इस वजह से इस मामले में उसे भी आरोपित किया गया था।
उन्होंने आगे बताया कि 2021 में मिथिलेश जमानत पर बाहर आया है। इसके बाद से वह पुन: संगठन को मजूबत करने को लेकर काम कर रहा था। इसकी सूचना बिहार एसटीएफ ने उसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए उसे दबोच लिया। मिथिलेश राम के खिलाफ हथौड़ी, तीन और बोचहां में दो एवं साहेबगंज में एक मामले दर्ज है। मिथिलेश पर वर्तमान राजस्व मंत्री राम सूरत राय के हथौड़ी स्थित पेट्रोल पंप को भी लूटने का आरोप है।
Source : Hindustan