रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग के कारण मुजफ्फरपुर के कम से कम 18 छात्र अब भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। अभी तक दो छात्राओं और एक छात्र की सकुशल घर वापसी हो चुकी है। वर्तमान में18 छात्र-छात्राएं यूक्रेन व रोमानिया के बीच फंसे हैं। इनमें से कई बॉर्डर पर रुके हैं।
हालात विकट : दिन गुजरने के साथ ही फंसे छात्रों की स्थिति विकट होती जा रही है। इनके पास खाने को कुछ भी नहीं बचा है। पैसे भी पर्याप्त नहीं हैं।
अहियापुर निवासी अधिवक्ता शत्रुघ्न साह ने बताया कि उनका बेटा श्यामल मणि भी यूक्रेन में फंसा हुआ है। सुम्मी बंकर में छिपा है, जहां खाना भी मिलना मुश्किल है। मोतीपुर के गौसपुर के रिटायर शिक्षक सुधीर कुमार ने बताया कि उनकी बेटी सुरभि श्री और भाई राय सुनील कुमार भी फंसे हैं। सुरभि हॉस्टल के बंकर में रह रही है। अहियापुर की शालिनी प्रिया की बहन स्नेहा ने बताया कि उनकी बहन रोमानिया पहुंची है। इधर, मंगलवार को जिला प्रशासन ने छात्रों के परिजनों से संपर्क किया। इसकी रिपोर्ट देर शाम डीएम को सौंपी गई। टीम को जिले के 13 छात्रों का डाटा मिल सका है।
तीसरे दिन पटना एयरपोर्ट पहुंचा 41 छात्रों का दल
पटना। युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे मेडिकल छात्र-छात्राओं की वापसी का सिलसिला जारी है। मंगलवार को 41 छात्र पटना एयरपोर्ट पहुंचे। इस तरह अब तक 96 मेडिकल छात्र-छात्राएं बिहार वापस आ चुके हैं।
Source : Hindustan