उत्तर प्रदेश की जनता ने किसे अगले पांच साल के लिए बागडोर सौंपी है? इस सवाल का सटीक जवाब तो 10 मार्च को मतगणना के बाद ही मिलेगा। फिलहाल यूपी पर आए लगभग सभी एग्जिट पोल्स में दावा किया गया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। यदि एग्जिट पोल्स के आंकड़े नतीजों में तब्दील होते हैं तो एक बार फिर योगी आदित्यनाथ के हाथ यूपी की कमान होगी। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री के तौर पर कम से कम 4 रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे।
हालांकि, चुनाव से पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। यूपी में अब तक कुल 21 सीएम हुए हैं, जिनमें से महज तीन ही अपना कार्यकाल पूरा कर पाए हैं। योगी से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने (2007 से 2012) के बीच पांच साल का कार्यकाल पूरा किया था। इसके बाद अखिलेश यादव ने भी 2012 से 2017 तक पांच साल का कार्यकाल पूरा किया।
15 साल में पहले विधायक सीएम बनेंगे योगी?
एग्जिट पोल्स के इशारों के मुताबिक, यदि बीजेपी सत्ता हासिल करती है तो योगी आदित्यनाथ 15 साल बाद यूपी के ऐसे सीएम होंगे जो विधानसभा के सदस्य होंगे। 2017-22 के कार्यकाल में वह विधानपरिषद के सदस्य थे। अखिलेश यादव भी विधानपरिषद सदस्य के तौर पर ही सीएम बने थे।
37 वर्षों में सत्ता बरकरार रखने वाले पहले सीएम होंगे
यदि बीजेपी को बहुमत मिलता है तो योगी 37 सालों बाद लगातार दूसरी बार शपथ लेने वाले मुख्यमंत्री होंगे। कांग्रेस के नारायण दत्त तिवारी 1985 में अविभाजित यूपी के सीएम थे जब राज्य में चुनाव हुआ था। कांग्रेस की जीत हुई और वह लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए इस पद पर बरकरार रहे। तब से कोई अन्य मुख्यमंत्री लगातार दूसरी बार सीएम की कुर्सी को बरकरार रखने में सफल नहीं हुआ है। योगी आदित्यनाथ के पास रिकॉर्ड बनाने का मौका है। एनडी तिवारी से पहले तीन अन्य सीएम लगातार दूसरी बार सत्ता में लौटे थे। 1957 में संपूर्णानंद, 1962 में चंद्रभानु गुप्ता और 1974 में हेमवती नंदन बहुगुणा थे। योगी आदित्यनाथ लगातार कार्यकाल जीतने वाले यूपी के इतिहास में पांचवें सीएम बन सकते हैं।
सत्ता में वापसी करने वाले पहले बीजेपी सीएम
यूपी ने अब तक बीजेपी के चार सीएम देखे हैं। योगी आदित्यनाथ से पहले, कल्याण सिंह, राम प्रकाश गुप्ता और मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्रदेश के सीएम बन चुके हैं। हालांकि, आदित्यनाथ से पहले का कोई भी बीजेपी सीएम लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता बरकरार नहीं रख सका। योगी आदित्यनाथ के पास एक नया रिकॉर्ड बनाने का मौका है।
Source : Hindustan