पंजाब में भगवंत मान के सीएम पद पर शपथ ग्रहण से पहले पूर्व मंत्रियों व विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली गई है। इस पर भगवंत मान ने कहा कि पुलिस कोठियों में तैनाती के लिए नहीं, बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिए है।
संगरूर में अमृतसर रोड शो के लिए रवाना होने से पूर्व भगवंत मान ने कहा कि पहले राजनेताओं के घरों के बाहर पुलिस कर्मियों को तैनात किया जाता था और पुलिस थाने खाली रहते थे। अब ऐसा नहीं होगा। उनके लिए 3 करोड़ से ज्यादा लोगों की सुरक्षा सबसे जरूरी है।
भगवंत मान ने कहा कि पुलिस बल का काम लोगों को सुरक्षा देना है। उन्हें लगता है कि लोगों की सुरक्षा ज्यादा महत्वपूर्ण है। बता दें, गत दिवस एडीजीपी ने एक आदेश जारी कर कई पूर्व मंत्रियों व विधायकों से सुरक्षा वापस लेने के आदेश जारी किए थे।
ये नेता हैं इस लिस्ट में
भगवंत मान ने कहा कि कि वह 16 मार्च मार्च को शपथ लेंगे। उस दिन सिर्फ हम और हमारे मंत्री ही नहीं, बल्कि सभी लोग पंजाब को फिर से पंजाब बनाने की शपथ लेंगे। हम साथ मिलकर पंजाब को पहले की तरह खुशहाल, संपन्न और समृद्ध बनाएंगे।
400 से ज्यादा कर्मी लगे थे सुरक्षा में
बता दें, भगवंत मान ने सत्ता संभालने से पहले ही गत दिवस मंत्रियों, पूर्व विधायकों, सभी राजनीतिक पार्टी के पूर्व अध्यक्षों की सुरक्षा वापस लेने का निर्णय लिया। एडीजीपी (सुरक्षा) एसएस चौहान ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। चन्नी सरकार के सभी पूर्व मंत्रियों व पूर्व विधायकों की सुरक्षा वापस ले ली गई है। इनकी सुरक्षा में 400 से ज्यादा कर्मी लगे हुए थे।
मनप्रीत व वड़िंग के पास सबसे ज्यादा सुरक्षा
पुलिस विभाग की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक 13 पूर्व मंत्रियों, एक पूर्व स्पीकर, एक पूर्व डिप्टी स्पीकर सहित 122 लोगों की सुरक्षा वापस ली गई है। इनमें 100 से ज्यादा पूर्व और मौजूद विधायक हैं। सबसे ज्यादा सुरक्षा पूर्व मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के पास थी।
किसकी सुरक्षा में कितने कर्मी
- अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग 21
- मनप्रीत सिंह बादल 19
- परगट सिंह 17
- भारत भूषण आशु 16
- संगत सिंह गिलजियां 15
- रणदीप सिंह नाभा 15
- अरुणा चौधरी 14
- राणा गुरजीत सिंह 14
- ब्रह्म मोहिंदरा 14
- तृप्त राजिंदर बाजवा 14
- सुखविंदर सिंह सकारिया 14
- राणा केपी सिंह 13
- राजकुमार वेरका 11
- गुरप्रीत सिंह कांगड़ 6
- राजिया सुल्ताना 4
- सुखपाल सिंह भुल्लर 4
- कुशलदीप सिंह किकी ढिल्लों 4
- हरप्रताप सिंह अजनाला 4
- बरिंदरमीत सिंह पाहड़ा 3
- कुलजीत सिंह नागरा 2
- अजायब सिंह भट्टी 2
(बाकी पूर्व विधायकों, राजनीतिक पार्टियों के पूर्व अध्यक्षों को एक से दो पुलिस कर्मचारियों सुरक्षा दी गई थी।)