BPSC से माफी पर अड़े खान सर, बोले- मर जाना मंजूर, दो साल जेल भी कबूल
पटना: प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग देने वाले चर्चित शिक्षक खान सर ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) से माफी मांगने से साफ इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि भले ही उन्हें आपराधिक मामले में दो साल की सजा हो जाए और जेल जाना पड़े, लेकिन वे माफी नहीं मांगेंगे। यह बयान उन्होंने BPSC के उस नोटिस के जवाब में दिया है, जिसमें उनसे सार्वजनिक माफी मांगने को कहा गया है।
खान सर ने स्पष्ट किया, “नोटिस में कहा गया है कि बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगे। लेकिन हम माफी नहीं मांगेंगे, क्योंकि यह लड़ाई हमने अपने लिए नहीं, बच्चों के भविष्य के लिए लड़ी है। अगर बच्चे कह दें, तो हम माफी मांग लेंगे, लेकिन हमें पता है कि बच्चे आत्मसम्मान से समझौता नहीं करेंगे।”
खान सर ने आरोप लगाया कि BPSC ने उनके पटना, दिल्ली और प्रयागराज स्थित पांच कोचिंग सेंटरों पर नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा, “आयोग ने मुझ पर बच्चों को भड़काने का आरोप लगाया है, जो पूरी तरह गलत है। बच्चों को भड़काने का काम BPSC ने खुद अपने बयानबाजी और गलत नीतियों के जरिए किया है।”
BPSC की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए खान सर ने कहा कि आयोग ने नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को जबरन थोपने की कोशिश की। उन्होंने दावा किया कि शिक्षकों ने इस प्रक्रिया पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि बच्चों से संवाद किए बिना इसे लागू करना ठीक नहीं है। इसके बावजूद आयोग ने इसे लागू कर दिया।
खान सर ने कहा, “अगर माफी न मांगने पर आपराधिक मामला दर्ज होता है और हमें जेल जाना पड़ता है, तो हम इसके लिए भी तैयार हैं। 2025 या 2026 में जेल से बाहर आ जाएंगे, लेकिन आयोग से माफी नहीं मांगेंगे। आयोग को ही बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।”
खान सर के अलावा कई अन्य कोचिंग संचालक और नेता भी परीक्षार्थियों के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। उन्होंने दोबारा परीक्षा कराने की मांग की है और गड़बड़ी के खिलाफ आवाज उठाई है।
खान सर का यह रुख छात्रों और शिक्षकों के बीच चर्चा का विषय बन गया है, और अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि BPSC इस मामले में आगे क्या कार्रवाई करता है।