मुजफ्फरपुर, 29 सितंबर: जिले में बाढ़ के संभावित खतरों को देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं। खासतौर पर गंडक, बूढ़ी गंडक और बागमती नदियों के तटबंध सुरक्षित हैं, और फिलहाल इन नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। हालांकि, बागमती नदी के जलस्तर पर प्रशासन की विशेष नजर है।
प्रशासन ने जल संसाधन विभाग और बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के साथ मिलकर 24×7 निगरानी का इंतजाम किया है। संवेदनशील स्थानों पर पुलिस बल की भी तैनाती की गई है। इसके साथ ही विद्युत प्रमंडल, स्वास्थ्य विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पशुपालन विभाग, और पथ निर्माण विभाग को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत बाढ़ प्रबंधन की तैयारियों का लगातार आकलन किया जा रहा है। जिले में सरकारी स्तर पर 52 नावें, 388 घरेलू नावें, और लगभग 46,279 पॉलिथीन शीट्स उपलब्ध कराई गई हैं, जिससे राहत कार्यों में कोई बाधा न आए।
कंट्रोल रूम में विशेष एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है, जो जिले के विभिन्न क्षेत्रों में निगरानी कर रही हैं। इसके अलावा, कटरा अंचल के बागमती नदी क्षेत्र में जलस्तर बढ़ने की स्थिति में एसडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें भी तैनात की जाएंगी।
कटरा अंचल में पंचायत स्तर पर निगरानी की जा रही है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए हरसंभव सहायता देने के लिए प्रशासनिक टीम पूरी तरह से तैयार है।
नोट : यह लेख प्रेस विज्ञप्ति की जानकारी पर आधारित है, जिसे मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन द्वारा जारी किया गया है।