मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों में एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (AES) का कहर थम नहीं रहा है। इस जानलेवा बीमारी की चपेट में लोग लगातार आ रहे हैं। मरने वाले बच्चों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
नए मरीजों का भर्ती होना भी जारी है। उत्तर बिहार के सबसे बड़े अस्पताल श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) में 24 घंटे के अंदर 16 और बच्चों की मौत हो गई। वहीं तीन बच्चों की मौत पूर्वी चंपारण में होने की बात कही जा रही है।
इस तरह, मुजफ्फरपुर व आसपास के इलाकों में अब तक 83 बच्चों की मौत हो गई है। शनिवार को राजद की टीम मुजफ्फरपुर पहुंची है। पीडि़त बच्चों के परिजनों से प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे मुलाकात कर रहे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार भी मुजफ्फरपुर पहुंचे हैं। बता दें कि शुक्रवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एसकेएमसीएच का दौरा कर मरीजों का हालचाल जाना था।
इस मौसम में बच्चों की सर्वाधिक मौत एसकेएमसीएच और केजरीवाल अस्पताल में हुई है। यहां अब तक 75 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है। वहीं स्वास्थ्य सचिव ने मीडिया को बताया कि मुजफ्फरपुर के दोनों अस्पतालों में अधिकृत रूप से शनिवार की सुबह तक 69 बच्चों की मौत हुई है। इसमें एसकेएमसीएच में 58 तथा केजरीवाल अस्पताल में 11 बच्चों की मौत शामिल है।
वहीं मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉ. शैलेश प्रसाद सिंह ने भी एसकेएमसीएच का जायजा लिया। इस दौरान वे मरीजों के परिजनों से मिले। पूर्वी चंपारण में तीन और वैशाली में पांच बच्चों की मौत हुई है। वहीं शनिवार की सुबह तक 234 नए बच्चों को भर्ती कराया गया है। इस सीजन में सोमवार (10 जून) को स्थिति सबसे भयावह रही। उस दिन 23 बच्चों की मौत हुई थी। लेकिन इस शुक्रवार को 16 बच्चों की मौत हो गई।
Input : Dainik Jagran