बिहार में चमकी से लगातार हो रही बच्चों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। 15 दिन में चमकी से 89 लोगों की मौत हुई है। इसके साथ ही, 43 नए मरीजों को भर्ती कराया गया है। अब तक बीमारी के 286 नए मामले सामने आए हैं।

उधर, इस चमकी से पैदा हुई इस भयावह स्थिति की समीक्षा के लिए केन्द्रीय स्वास्थ्यमंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन रविवार को मुजफ्फरपुर जा रहे हैं।

शुक्रवार को जिन 11 बच्चों ने दम तोड़ा उनमें पांच नये भर्ती मरीज थे। बाकी का पूर्व से इलाज चल रहा था। आठ बच्चों ने एसकेएमसीएच में दम तोड़ा वहीं तीन की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई। इस बीच सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने एसकेएमसीएच में पहुंचकर अबतक की विभागीय पहल और इलाज की व्यवस्था की समीक्षा की।

उन्होंने 12 जिलों के लिए एडवाइजरी जारी करने का निर्देश दिया जिसके आधार पर चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का इलाज होगा। इससे पहले मंत्री ने भर्ती मरीजों का हाल देखा। परिजनों और स्थानीय डॉक्टरों से आवश्यक जानकारियां लीं। इस दौरान जिलाधिकारी आलोक रंजन घोष, सिविल सर्जन डॉ एसपी सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के तमाम वरीय अधिकारी मौजूद थे।

इधर, एसकेएमसीएच के अधीक्षक डॉ.एसके शाही ने बताया कि देर शाम तक आठ बीमार बच्चों की यहां मौत हुई। 38 नये मरीजों को भर्ती कराया गया। 27 बच्चे को पीआईसीयू से जेनरल वार्ड में शिफ्ट किया गया है। बता दें कि यहां देर रात दो अन्य मरीजों ने दम तोड़ दिया।

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