पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता स्थित आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या के बाद पूरे राज्य में आक्रोश का माहौल है। इस घटना के बाद राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी हैं, और अब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। राज्यपाल बोस ने घोषणा की है कि वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ कोई भी सार्वजनिक मंच साझा नहीं करेंगे।
Watch: West Bengal Governor C. V. Ananda Bose says, "…I will socially boycott the Chief Minister, it means I will never share a stage with the Chief Minister…" pic.twitter.com/07ugMYHiXq
— IANS (@ians_india) September 12, 2024
राज्यपाल का ममता बनर्जी का सामाजिक बहिष्कार
सीवी आनंद बोस ने अपने बयान में स्पष्ट किया है कि वह राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का सामाजिक रूप से बहिष्कार करेंगे। एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, “मैं मुख्यमंत्री के साथ किसी भी सार्वजनिक मंच पर नहीं जाऊंगा और उनके संवैधानिक प्रावधानों के उल्लंघन को देखते हुए उनके खिलाफ आवश्यक कदम उठाऊंगा। राज्यपाल के रूप में मेरी भूमिका सिर्फ संवैधानिक दायित्वों तक सीमित रहेगी।”
सरकार की विफलता पर राज्यपाल का आरोप
राज्यपाल बोस ने राज्य सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार अपने कर्तव्यों का पालन करने में पूरी तरह विफल रही है। उन्होंने कहा, “मैं पश्चिम बंगाल के नागरिकों के प्रति प्रतिबद्ध हूं और आरजी कर अस्पताल की घटना की पीड़िता के माता-पिता के साथ हूं। इस मामले में न्याय के लिए संघर्ष कर रहे लोगों को मेरा पूरा समर्थन है।”
कोलकाता पुलिस कमिश्नर पर गंभीर आरोप
राज्यपाल ने कोलकाता पुलिस कमिश्नर पर भी आपराधिक प्रवृत्ति का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस समारोह में आमंत्रित नहीं किए जाने के बावजूद पुलिस कमिश्नर ने जबरन राजभवन में प्रवेश किया, जो कि एक गंभीर अपराध है।
राज्यपाल सीवी आनंद बोस के इन बयानों ने पश्चिम बंगाल की राजनीति में हलचल मचा दी है, और इस घटना के बाद राज्य सरकार पर दबाव और बढ़ गया है।