दो साल के बाद बाबा गरीबनाथ की नगरी में फिर से आस्था, उमंग और भक्ति का अद्भुत संगम दिखा। सावन की पहली सोमवारी पर जलाभिषेक के लिए रविवार की देर रात से कांवरियों रेला लगा। इस दौरान बोल बम और हर-हर महादेव के जयघोष से समूचा वातावरण शिवमय हो गया। गेरुआ वस्त्रत्त् पहने कांवरियों का जत्था पहलेजाघाट से पवित्र गंगाजल लेकर पहुंचा था। रात्रि के 12 बजते ही जलाभिषेक शुरू हो गया।
भक्तों का जोश देखते बन रहा था। दिन में भीषण गर्मी में तपते हुए भी वे शाम से ही बाबा गरीबनाथ मंदिर के पास जुटने लगे थे। रात के 12 बजे से बाबा गरीबनाथ का जलाभिषेक शुरू हो गया। मुख्य पुजारी विनय पाठक ने बताया कि देर रात तक 30 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक कर लिया। भीड़ नियंत्रण को लेकर इस बार भी अरघा से ही जलाभिषेक की व्यवस्था की गई थी।
रात 12 बजे गरीबस्थान मंदिर से साहू पोखर मंदिर तक कांवरियों की लाइन लग गई थी, जो अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे। वहीं, कुछ भक्त शाम छह बजे ही बाबा के दरबार पहुंच गए थे, पर पहली सोमवारी को जल चढ़ाने की आकांक्षा में वे बाबा गरीबनाथ मंदिर के पास ही जहां जगह मिली वहां बैठ गए। मीनापुर के मुन्ना पासवान ने बताया कि वे शाम रात 8 बजे से 12 बजने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं, महुआरोड सेंधमारी के दीपक ने बताया कि सोमवारी को बाबा को जल चढ़ाने के लिए वे साहू पोखर के पास इंतजार कर रहे थे।
श्रावणी मेले को लेकर बाबा गरीबनाथ मंदिर परिसर में वायरलेस कंट्रोल रूम बनाया गया है। कांवरिया मार्ग में भीड़ नियंत्रण व अन्य पहलुओं को देखते हुए अफसरों को यहां से निर्देश दिए जाएंगे। इसको लेकर डीएम प्रणव कुमार ने वायरलेस सुपरवाइजर को विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं। साथ ही भीड़ के बीच प्रभावी पेट्रोलिंग के लिए पैदल व बाइक सवार दस्ते को लगाया गया है।
Source: Live Hindustan