बिहार का मुजफ्फरपुर देश का सर्वाधिक वायु प्रदूषित शहर बन गया है. आज की
तारीख में एयर क्वालिटी इन्डेक्स (AQI) के मामले में मुजफ्फरपुर सबसे नीचले पायदान पर खड़ा है. रिपोर्ट के मुताबिक मुजफ्फरपुर की आवो हवा में प्रदूषण मानक सबसे सबसे उच्चतम स्तर पर है. हवा की गुणवत्ता निर्धारित करने वाले पीएम–2.5 की रीडिंग वर्तमान में 453 है जो खतरनाक स्तर से 153 यूनिट ज्यादा है. यह डेवलपमेंट पिछले 24 से 36 घंटों के बीच का है जो गंभीर चिन्ता का विषय है.
न्यूज18 ने इस महत्वपूर्ण विषय पर बुद्धिजीवी तबके से बात की. बुद्धिजीवियों की राय है कि मुजफ्फरपुर में खतरनाक एयर पॉल्युशन के लिए सरकारी तंत्र के साथ-साथ आम मानव व्यवहार भी समान रुप से जिम्मेदार है. आम लोग प्रदूषण को लेकर सचेत नही हैं और ज्यादा से ज्यादा गाड़ियों का इस्तेमाल कर रहे हैं. यहां गाड़ी धारकों में प्रदूषण जांच और उसे ठीक रखने का अभाव है. लोग आसपास के वातावरण को साफ सूथरा रखने में जागरूक नही हैं, इसके अलावा जिले का इन्फ्रास्ट्रक्चर 25 साल पहले की आबादी के अनुरुप है. पिछले 25 सालों में शहर का विकास भी अनियमित तरीके से हुआ है जिससे प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.
बिहार में मुजफ्फरपुर के अलावा राजधानी पटना समेत कई अन्य शहरों का हाल भी बेहद चिंताजनक है. कोरोना वायरस महामारी (COVID-19 Epidemic) की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान बिहार के शहरों की हवा साफ हुई थी. लेकिन अनलॉक के बाद से प्रदूषण का स्तर फिर बढ़ने लगा है. इसको लेकर मौसम वैज्ञानिक लगातार चिंता जाहिर कर रहे हैं. सरकार भी विभिन्न शहरों में प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए हरसंभव उपाय करने में जुटी है।
Input: News18