शराब पीकर पकड़े गए शख्स के लिए पहचान छुपाना अब मुमकिन नहीं होगा। उसने पहली दफे शराब पी है या दूसरी बार, इसका पता तुरंत चल जाएगा।
ऐसे लोगों की पहचान के लिए राज्य सरकार जल्द ही आधार प्रमाणीकरण की व्यवस्था करने जा रही है। शराब पीकर पकड़े गए आरोपितों को जुर्माने पर छोड़ने से पहले उनका नाम-पता अब आधार डेटाबेस से रजिस्टर्ड किया जाएगा। एक बार इसके रजिस्टर्ड होने के बाद यदि कोई दोबारा शराब के नशे में पकड़ा जाता है तो वह लाख कोशिश के बाद भी अपनी पहचान नहीं छुपा पाएगा।
मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक शराब पीकर पकड़े जाने वाले लोगों की आधार से पहचान सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक जिले के मद्यनिषेध कार्यालयों में आधार प्रमाणीकरण केंद्र खोला जाएगा। राज्य सरकार ने इसके लिए पूर्व में ही भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण को पत्र लिखा था। प्राधिकरण द्वारा अब इसकी मंजूरी भी दे दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही यह व्यवस्था लागू कर दी जाएगी। इसके बाद शराबियों के आधार सत्यापन का काम शुरू हो जाएगा।
पहली बार शराब पीने के आरोप में पकड़े जाने वाले शराबी अक्सर गलत नाम-पता दर्ज करा देते हैं तुरंत इसका सत्यापन मुमकिन नहीं होता। ऐसे में जब दूसरी बार कोई व्यक्ति शराब पीकर पकड़ा जाता है तो यह सुनिश्चित नहीं हो पाता कि वह पहले भी पकड़ा गया है। ऐसी शिकायतों के बाद आधार प्रमाणीकरण की व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया गया।
Source : Hindustan