सावन के पहले दिन गुरुवार को बाबा गरीबनाथ मंदिर सहित अन्य शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। गरीबनाथ मंदिर में सुबह तीन बजे से ही श्रद्धालु पूजा-आरती के लिए जुटने लगे। पूरा दिन मेला जैसा नजारा रहा। अन्य शिवालय बाबा सर्वेश्वरनाथ, बाबा गोपेश्वर नाथ, बाबा गौरेश्वर नाथ सहित अन्य मंदिरों में पूजा-पाठ किए। इधर ट्रेन से काफी संख्या में बाबा बैद्यनाथ पर जलाभिषेक के लिए कांवरियों का जत्था रवाना हुआ। बाबा गरीबनाथ पर जलअर्पण करने के लिए कई श्रद्धालु बाबा गरीबनाथ का दर्शन कर पहलेजा धाम जलभरी के लिए रवाना हो गए। कुछ लोग हाजीपुर व सोनपुर में आराम करेंगे उसके बाद शुक्रवार को जलभरी कर कांवर लेकर बाबा नगरी के लिए प्रस्थान करेंगे। शनिवार को चंद्रहट्टी तक पहुंचेंगे। रविवार को आरडीएस कालेज और आसपास के ठहराव स्थल पर रुकेंगे उसके बाद सोमवार को जलाअभिषेक करेंगे।
काफी मशक्कत के बाद प्रधान डाक घर में मात्र 250 बोतल गंगा जल पहुंचा है। इतने कम गंगा जल आने से डाकर्मी ऊंट के मुंह में जीरा वाली कहावत बता रहे थे। एक डाककर्मी ने बताया कि श्रावण के महीने में डाक विभाग के पास पर्याप्त गंगा जल होना चाहिए। मात्र ढ़ाई सौ बोतल से क्या होगा। किसी डाक शाखा में वितरण लायक भी नहीं बचेगा। ढ़ाई सौ एमएल का ही बोतल भेजा गया। ऋषिकेश और हरिद्वार का गंगा जल भी पहले आता था। लेकिन इस बार गंगोत्री का गंगाजल आया है। अधिकारियों का कहना है कि और आएगा।
सावन के प्रत्येक सोमवार को शहरी क्षेत्र के सभी सरकारी और निजी स्कूल बंद रहेंगे।
डीएम प्रणव कुमार ने गुरुवार को आदेश जारी किया है। कहा कि बाबा गरीबनाथ मंदिर में जलाभिषेक के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। रविवार रात्रि से सोमवार तक बाबा के मंदिर में जलाभिषेक होता है। इसके बाद विभिन्न मार्गों से होकर कांवरिया बाहर निकलते हैं। ऐसे में शहरी क्षेत्र के सभी स्कूलों में 18 और 25 जुलाई व एक और आठ अगस्त को सभी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियों का संचालन प्रतिबंधित किया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के साथ ही सभी पदाधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है।
Source: Dainik Jagran