हमें तो अपनो ने लूटा गैरो में कहाँ दम था ! जनाब वाह – वाह कीजिये, राजनीति के उठा-पटक का आनन्द लीजिये ! क्योंकि ऐसा ही कुछ अभी मुकेश सहनी गुनगुना रहें होंगे।
मुकेश सहनी के फ़ोटो के साथ एक मीम वायरल है, मीम के शब्द है- ये दुःख काहे नहीं ख़तम होता बे !मुकेश सहनी को एनडीए से दर किनार करते ही, सबसे पहले बोचहाँ के भूतपूर्व विधायक मुसाफिर पासवान के पुत्र अमर पासवान ही मुकेश सहनी के नांव से उतर कर लालटेन जलाने चल दिये।
जिस अमर पासवान को बोचहाँ से उम्मीदवार बनाने के लिये मुकेश सहनी ने दिन-रात सपने संजोय थे, वही अमर पासवान अब राजद के साथ अमर प्रेम कहानी गुनगुना रहे है।
मुकेश सहनी को छोड़ युवा नेता अमर पासवान तो अभी-अभी तेजस्वी यादव के साथ फुर्र हुये ही थे। इतनी ही देर में बिहार भाजपा ने प्रेस कांफ्रेंस कर के एक सगुफ़ा और छोड़ दिया ! कल शाम होते- होते मुकेश सहनी के VIP पार्टी के तीन विधायकों ने उनकी पार्टी को छोड़ दिया।
सहनी के तीन विधायक अब भाजपा के तरकस में है। इसी के साथ मुकेश सहनी की पारी अब बिहार की सत्ता में शून्य पर आ गयी है।
कल तक मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देखने वाले मुकेश सहनी के फ़िलहाल मंत्री तक बने रहने की संभावना नहीं दिख रही।
बिहार की राजनीति में मुकेश सहनी का जो हाल हुआ है, उसकी चर्चा हर गली- मुहल्ले में है। इस घटनाक्रम के बाद मुकेश सहनी का अगला क़दम क्या होगा यह एक सार्थक प्रश्न है।