मनोहर पर्रिकर का जन्म मापुसा में गोपालकृष्णा और राधाबाई के घर हुआ था. इनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्णा प्रभू पर्रिकर था. पर्रिकर का एक और भाई अवधूत पर्रिकर भी है.

 पर्रिकर ने शुरुआती पढ़ाई मार्गो के स्कूल से की. सैकंड्री हायर एजूकेशन मराठी मीडियम में की. 1978 में बॉम्बे IIT से metallurgical इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हुए.

पर्रिकर ने शुरुआती पढ़ाई मार्गो के स्कूल से की. सैकंड्री हायर एजूकेशन मराठी मीडियम में की. 1978 में बॉम्बे IIT से metallurgical इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हुए.

 आईआईटी से पढ़ाई पूरी करने के दौरान ही मनोहर पर्रिकर ने यह तय किया था कि वे मशीनों के बीच उलझने के बजाए सामाजिक क्षेत्र में काम करेंगे.

आईआईटी से पढ़ाई पूरी करने के दौरान ही मनोहर पर्रिकर ने यह तय किया था कि वे मशीनों के बीच उलझने के बजाए सामाजिक क्षेत्र में काम करेंगे.

 साल 1981 में मेधा पर्रिकर से शादी की. पर्रिकर के दो बेटे हुए. एक उत्पल और दूसरा अभिजात पर्रिकर. उत्पल ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में यूएस की Michigan स्टेट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है. अभिजात बिजनेसमैन हैं.

साल 1981 में मेधा पर्रिकर से शादी की. पर्रिकर के दो बेटे हुए. एक उत्पल और दूसरा अभिजात पर्रिकर. उत्पल ने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में यूएस की Michigan स्टेट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है. अभिजात बिजनेसमैन हैं.

 उत्पल की पत्नी उमा सरदेसाई हैं. इनकी लव मैरिज हुई थी. उमा ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया से पढ़ाई की हुई है. इनका एक बेटा भी है. जिसका नाम ध्रुव है.

उत्पल की पत्नी उमा सरदेसाई हैं. इनकी लव मैरिज हुई थी. उमा ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया से पढ़ाई की हुई है. इनका एक बेटा भी है. जिसका नाम ध्रुव है.

 अभिजात पर्रिकर की शादी 2013 में हुई थी. उनकी पत्नी साई फार्मासिस्ट हैं.

अभिजात पर्रिकर की शादी 2013 में हुई थी. उनकी पत्नी साई फार्मासिस्ट हैं.

 मनोहर की पत्नी मेधा की मौत 2001 में कैंसर की वजह से हुई. 2000 में मनोहर पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने थे.

मनोहर की पत्नी मेधा की मौत 2001 में कैंसर की वजह से हुई. 2000 में मनोहर पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने थे.

मनोहर पर्रिकर काफी लंबे समय से एक पेनक्रियाज़ कैंसर से जूझ रहे हैं, जिससे उनकी हालत दिनों दिन बिगड़ी. वो इसका इलाज कराने विदेश गए थे. उसके बाद दिल्ली के एम्स में आईसीयू में शिफ्ट किए गए थे.

मनोहर पर्रिकर को इसलिए भी जाना जाता है कि वे सीएम बनने के बाद भी अपने लंबरेटा स्कूटर से मुख्यमंत्री कार्यालय के लिए निकल जाया करते थे.

साल 2000 में ही वे गोवा के सीएम चुन लिए गए थे. वह बिजनेस सलाहकार समिति के सदस्य भी रहे. साल 2014 में वे देश के रक्षा मंत्री भी बने. इसके बाद वह गोवा के मुख्‍यमंत्री बन गए थे.

Input : News18

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