जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा 1 जुलाई से शुरू हुई। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए भारी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ रही है। आज अमरनाथ यात्रा से एक वीडियो सामने आई है, जिसमें देखा जा सकता है कि पुजारी बाबा की आरती कर रहे हैं। 31 अगस्त को बाबा का दरबार भक्तों के लिए बंद कर दिया जाएगा।
बाबा बर्फानी के दर्शन करने के लिए भारी संख्या में लोग यहां आ रहे हैं। लेकिन देश भर में मॉनसून का असर देखने को मिला। बीते दिन भारी बारिश भी देखने को मिली। सुरक्षा को देखते हुए श्रद्धालुओं को आगे जाने से रोका गया। इसके साथ ही उनके लिए अधिकारियों की तरफ से सर्च अभियान भी चलाया गया।
#WATCH | Priests perform morning 'aarti' at holy Amarnath Cave in Jammu and Kashmir.
The 62-day-long Amarnath Yatra, which began on July 1 will culminate on August 31, 2023.
(Source: Shri Amarnath Ji Shrine Board) pic.twitter.com/TQwXMG4MKt
— ANI (@ANI) July 15, 2023
भारी बारिश के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर भगवती नगर आधार शिविर और उसके आसपास खराब मौसम के कारण वहां डेरा डाले हुए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक खोजी कुत्तों, मेटल डिटेक्टरों और निगरानी उपकरणों की सहायता से सीआरपीएफ की इकाइयों ने पार्किंग क्षेत्र और आधार शिविर की ओर जाने वाली सड़कों पर व्यापक रूप से छानबीन अभियान चलाया।
उन्होंने बताया कि भारी बारिश के कारण आधार शिविर से यात्रा रविवार को दूसरे दिन भी स्थगित कर दी गई है और लगभग 5,000-6,000 तीर्थयात्री वहां इंतजार कर रहे हैं।
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए पहुंच सकते 5 लाख श्रद्धालु
सूत्रों के अनुसार, अमरनाथ गुफा को जाने वाले दोनों रास्तों-बालटाल और पहलगाम पर भारी बर्फ मौजूद है और सीमा सड़क संगठन (BRO) को 15 जून तक बर्फ हटाने का काम सौंपा गया है। पिछले साल 3.45 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे और इस साल यह संख्या 5 लाख के पार जाने का अनुमान है।
सूत्रों ने कहा कि किसी भी संभावित प्राकृतिक हादसे के खतरे को देखते हुए नेशनल डिजास्टर रिलीफ फोर्स (NDRF) ने श्रद्धालु शिविरों के लिए सही जगहों की पहचान शुरू कर दी है।