तीन साल पहले एक किशोरी अपने प्रेमी के साथ कहीं चली गई। दोनों विजातीय थे, इसलिए मामला काफी गर्म हुआ। किशोरी के परिजनों ने साथ गए युवक के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज करा दिया। पुलिस ने हाथ-पांव मारे पर दोनों का कुछ पता नहीं चला। कोर्ट के आदेश पर युवक के घर की कुर्की भी हो गई पर वह हाजिर नहीं हुआ। थक-हारकर पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी। तीन वर्ष बाद ऑपरेशन तलाश में पुलिस ने उसे ढूंढ निकाला। लड़की की लोकेशन एक शॉर्ट वीडियो के जरिये मिली, जिसकी रील बनाकर वह सोशल मीडिया पर पोस्ट करती थी। अब उसके दो बच्चे भी हो चुके हैं। यह दिलचस्प मामला महराजगंज के पनियरा क्षेत्र का है।
पनियरा क्षेत्र का दो प्रेमी जोड़ों की यह कहानी वर्ष 2019 की है। ऑपरेशन तलाश की टीम ने कथित रूप से अपहृत किशोरी का पता लगाने के लिए नए सिरे से जांच शुरू की। सादी वर्दी में टीम के उप निरीक्षक गांव गए। पूछताछ में पता चला कि जो लड़की गायब है, वह रील बनाकर सोशल मीडिया फेसबुक व इंस्टाग्राम पर अपलोड करती रहती है। टीम ने किशोरी के सोशल मीडिया का लिंक लेकर उसे साइबर सेल व सर्विलांस सेल को भेजा। वहां से नंबर निकालकर जांच हुई तो लोकेशन पंजाब में मिली। इसके बाद टीम ने किशोरी व आरोपित युवक से बातचीत की। दोनों ने बताया कि उन्होंने शादी कर ली है। दो बच्चे भी हैं। दोनों ने अपना आधार नंबर व फोटोग्राफ भी भेजा। बताया कि मामला विजातीय होने की वजह से वे घर नहीं आए। किसी को अपनी लोकेशन के बारे में भी नहीं बताया।
दूसरी पत्नी को मत ढूंढिए, पहली को खोज निकालिए
ऑपरेशन तलाश में महराजगंज का एक और रोचक मामला सामने आया। जिले के चौक थाना क्षेत्र से एक विवाहिता के गायब होने पर 26 जून 2019 को गुमशुदगी का मामला दर्ज हुआ था। ऑपरेशन तलाश की टीम गांव में पहुंची। फोटो व अन्य जानकारी एकत्र कर उसके आधार पर छानबीन शुरू की। यह जानकारी महिला के पति को हुई तो वह टीम के पास पहुंचा। पूछा कि साहब, आप मेरी किस पत्नी को ढूंढ रहे हैं? पहली पत्नी के गायब होने पर उसने गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था। साल भर बाद भी जब वह नहीं मिली तो दूसरी शादी कर ली। वह भी फरार हो गई। गुहार लगाई कि दूसरी पत्नी को मत ढूंढिए। पहली पत्नी को खोज निकालिए। जिला पुलिस ने एक दशक से अबूझ पहेली बनी ऐसी कई गुत्थियां ऑपरेशन तलाश के तहत सुलझाईं। इसमें सी-प्लान एप की मदद ली।
Source : Hindustan