पिछले कुछ दिनों से भारत और चीन के तनाव के चलते हमें हर दिन कुछ न कुछ नया सुनने को मिल रहा है। भारत में ‘मेड इन इंडिया’ और ‘बॉयकॉट चाइना’ जैसी भावनाओं को भी तेज़ी से हवा मिल रही है। ऐसे में अब एक नई खबर सामने आई है, जहां पता चला है कि भारत में ई-कॉमर्स दिग्गज जैसे कि Amazon India और Wallmart के स्वामित्व वाली Flipkart अपने प्लेटफार्मों पर रिटेलर्स से प्रोडक्ट्स पर उनके मूल देश को लिस्ट करने के लिए कह रही हैं। इस खबर से परिचित सूत्रों ने कहा कि इसपर चर्चा के लिए ऑनलाइन रिटेलर्स की एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक हुई, जिसे संघीय वाणिज्य मंत्रालय के डिपार्टमेंट फॉर प्रमोशन ऑफ इंडस्ट्री एंड इंटरनल ट्रेड (DPIIT) ने होस्ट किया था।
NDTV ने भी यह रिपोर्ट किया है कि अमेज़न और फ्लिपकार्ट सहित ई-कॉमर्स कंपनियों के एक समूह ने अपने नए प्रोडक्ट्स पर ‘मूल देश’ दिखाने का फैसला किया है और वे 2 हफ्ते के अंदर ऐसा करना शुरू कर देंगे। यह कदम राज्य सरकार द्वारा संचालित ई-मार्केटप्लेस पोर्टल पर मौजूद रिटेलर्स के लिए लागू किए जा रहे नियम का पालन करता है।
यह कदम चीन के भारत द्वारा बने प्रोडक्ट्स को बाहर करने और भारत के विवादित हिमालयी सीमा स्थल पर दोनों पड़ोसियों के बीच झड़प के बाद सामने आया है।
हालांकि, “मूल देश” की परिभाषा को लेकर कंपनियों ने सरकार से अपना रुख स्पष्ट करने के लिए कहा है, क्योंकि कुछ प्रोडक्ट्स भारत में असेंबल तो होते हैं, लेकिन उनके कंपोनेंट चीन या किसी अन्य देशों से आयात होते हैं।
Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, Amazon India और Flipkart अपने रिटेलर्स को सभी प्रोडक्ट्स के लिए मूल देश प्रदर्शित करने लिए कहने के लिए सहमत हैं।
हालांकि अमेज़न, फ्लिपकार्ट और DPIIT ने इसपर टिप्पणी के अनुरोधों का तुरंत जवाब नहीं दिया।