ऑपरेशन सिंदूर के बाद से पाकिस्तान लगातार बौखलाया हुआ है और भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन अब तक उसे अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) दोनों ही जगहों से निराशा ही हाथ लगी है।
India Pakistan tensions
Breaking: US Vice President JD Vance says
"We’re not going to get involved in the middle of war that’s fundamentally none of our business.."
Vdo Ctsy: Fox News pic.twitter.com/bjeVXWDZHD
— Sidhant Sibal (@sidhant) May 8, 2025
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में स्पष्ट किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव में अमेरिका किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “यह हमारा मामला नहीं है और हम इसे नियंत्रित नहीं कर सकते। हम सिर्फ दोनों पक्षों को तनाव कम करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं, लेकिन जंग में शामिल नहीं होंगे।”
वेंस ने यह भी कहा कि अमेरिका किसी पक्ष से हथियार डालने की अपील नहीं करेगा। “हम उम्मीद करते हैं कि यह संघर्ष किसी बड़े क्षेत्रीय या परमाणु युद्ध की दिशा में न बढ़े,” उन्होंने जोड़ा।
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि यदि संभव हो तो वे मदद करने को तैयार हैं, लेकिन उन्होंने यह भी माना कि भारत और पाकिस्तान को आपसी बातचीत से ही रास्ता निकालना चाहिए।
इसी बीच पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से भी झटका लगा। पाकिस्तान के अनुरोध पर हुई एक क्लोज-डोर मीटिंग में कोई भी ठोस निर्णय नहीं लिया गया। न ही कोई प्रस्ताव पास हुआ और न ही कोई आधिकारिक बयान जारी किया गया।
बैठक के दौरान पाकिस्तान ने भारत पर झूठे आरोप लगाए और सिंधु जल समझौते को रद्द करने के भारत के निर्णय को “गैरकानूनी” करार देने की कोशिश की, लेकिन UNSC ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।