बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हो रही हिंसा पर अमेरिका ने एक बार फिर से अपनी चिंता व्यक्त की है। वाइट हाउस ने कहा है कि वह बांग्लादेश के हालात पर लगातार नजर बनाए रखेगा और मानवाधिकारों के मुद्दों पर अपनी आवाज बुलंद करता रहेगा। वाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने हिंदू-अमेरिकी समूहों और भारतीय-अमेरिकी सांसदों द्वारा उठाए गए सवालों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन मानवाधिकारों के मसलों पर स्पष्ट और बेबाक तरीके से बोलते रहेंगे।
#WATCH | On the protests outside the White House against the recent attacks on Hindus in Bangladesh, White House Press Secretary, Karine Jean Pierre says, “We are certainly going to continue monitoring the situation. I don’t have anything else to say or to add beyond that. When… pic.twitter.com/bDAhUN6mDw
— ANI (@ANI) August 12, 2024
हिंदू-अमेरिकी समुदाय ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अमेरिकी सरकार से हस्तक्षेप की मांग की थी। इस मांग के जवाब में, ज्यां-पियरे ने सोमवार को कहा कि अमेरिका हालात पर निगरानी जारी रखेगा, लेकिन फिलहाल इसके अलावा कोई और टिप्पणी नहीं की गई है। उन्होंने यह भी दोहराया कि राष्ट्रपति बाइडन मानवाधिकारों के मामलों में हमेशा ही स्पष्ट और सख्त रुख अपनाते रहे हैं और यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
पिछले कुछ दिनों से अमेरिका के विभिन्न शहरों में हिंदू-अमेरिकी नागरिकों ने बांग्लादेश में हो रही हिंसा के विरोध में शांतिपूर्ण मार्च निकाले हैं। रविवार को अटलांटा में आयोजित एक विरोध मार्च को संबोधित करते हुए, सांसद शॉन स्टिल ने अमेरिकी विदेश विभाग से अपील की कि वह बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा और उनके अधिकारों की रक्षा सुनिश्चित करे। कई अन्य सांसदों ने भी इस मांग का समर्थन किया है।
उधर, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार हिंदुओं पर हो रहे हमलों को लेकर अब बैकफुट पर आ गई है। सरकार ने दुर्गा पूजा के दौरान तीन दिन की छुट्टी की घोषणा की है और हिंदू समुदाय को सुरक्षा का भरोसा भी दिया है। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद 27 जिलों में हिंदुओं पर हमले हुए थे, जिसमें मेहरपुर के इस्कॉन मंदिर समेत कई धार्मिक स्थलों पर तोड़फोड़ की गई और मूर्तियों को क्षतिग्रस्त किया गया।