बिहार में सुपरकॉप्स के नाम से मशहूर आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा के खिलाफ विशेष निगरानी इकाई ने केस दर्ज कराया है। मालूम हो कि अमित लोढ़ा पर करप्शन के चार्ज लगे हैं। उनके खिलाफ यह एक्शन उनकी किताब ‘बिहार डायरी’ पर आधारित वेब सीरीज ‘खाकी: द बिहार चैप्टर’ के कारण लिया गया है। इस किताब पर नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर ने मिलकर ‘खाकी’ द बिहार चैप्टर वेब सीरीज बनाई। ये वेब सीरीज नेटफ्ल्किस पर 25 नवंबर को रीलीज हुई थी। इस मामले को लेकर स्पेशल विजिलेंस यूनिट का कहना हैं कि अमित लोढ़ा ने सरकारी सेवक के पद पर रहते हुए भ्रष्टाचार और निजी स्वार्थ लाभ में वित्तीय अनियमितता की हैं। नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ सरकारी सेवक होते हुए भी उन्होंने व्यावसायिक काम किए हैं।
अमित लोढ़ा के खिलाफ एफआईआर में बिहार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने लिखा है, ”मगध क्षेत्र के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार, निजी स्वार्थ और लाभ के लिए की गई वित्तीय अनियमितता के आरोपों की जांच प्रतिवेदन की समीक्षा पुलिस मुख्यालय और वरिष्ठ अधिकारियों ने की।इसके अलावा सरकारी सेवक रहते हुए नेटफ्लिक्स-फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यवसायिक कार्यों में उनकी संलिप्तता पाई गई थी। इसकी भी जांच की गई है।”
इसके अतिरिक्त विशेष निगरानी इकाई ने लिखा हैं कि जांच के दौरान पाए गए तथ्यों और साक्ष्यों के आधार पर विशेष निगरानी इकाई ने आईपीएस लोढ़ा के खिलाफ सात दिसंबर को केस दर्ज किया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा U/S13(1)(b)r/w13(2)r/w12, 1988 और 120b व आईपीसी की धारा 168 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
बता दें कि अमित लोढ़ा 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने पहले ही प्रयास में 25 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास की थी।उनको बिहार कैडर मिला था।