पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए एक अहम खबर सामने आई है। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जनवरी के पहले सप्ताह में बिहार दौरे पर आ सकते हैं। यह दौरा संभावित रूप से 6 जनवरी से शुरू होगा और दो दिनों तक चलेगा। इस दौरान वे पटना साहिब गुरुद्वारा का दौरा करेंगे और पार्टी नेताओं से मुलाकात करेंगे।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अमित शाह का यह दौरा बिहार बीजेपी के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। वरिष्ठ पत्रकारों के अनुसार, बिहार बीजेपी में इन दिनों गुटबाजी और आपसी तालमेल की कमी देखी जा रही है। ऐसे में अमित शाह का यह दौरा पार्टी के नेताओं को एकजुट करने और विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से हो सकता है।
सूत्रों के मुताबिक, बिहार बीजेपी ने विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं। चरणबद्ध तरीके से कार्यकर्ताओं को सक्रिय किया जा रहा है और विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। अमित शाह इस दौरे के दौरान पार्टी के कामकाज की समीक्षा करेंगे और कार्यकर्ताओं को नई जिम्मेदारियां सौंप सकते हैं।
पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि अमित शाह बिहार बीजेपी के नेताओं को अपने क्षेत्रों में सक्रिय होने के निर्देश दे सकते हैं। सोशल मीडिया तक सीमित रहने वाले नेताओं को जमीनी स्तर पर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसके अलावा, एनडीए सरकार की योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का भी टास्क दिया जा सकता है।
बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार में एनडीए की एकता सुनिश्चित करने और पार्टी के विधायकों तथा मंत्रियों के प्रदर्शन पर ध्यान देने की योजना बनाई है। अमित शाह इस दौरे के दौरान पार्टी के संगठनात्मक ढांचे को सुधारने और आगामी चुनावों में सफलता के लिए रणनीति तैयार करने पर जोर देंगे।
अमित शाह का यह दौरा बिहार के राजनीतिक परिदृश्य को नया मोड़ दे सकता है और विधानसभा चुनाव की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है।