‘यूपी में का-बा’ गाने के जवाब में ‘यूपी में बाबा’ गाने वाली कवयित्री अनामिका जैन अंबर को बिहार के सोनपुर मेले में काव्य पाठ से रोक दिया गया. इसके बाद फेसबुक लाइव कर अनामिका ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार के दबाव में उन्हें हरिहर क्षेत्र मेले के मशहूर कवि सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेने दिया गया और वह वापस पटना एयरपोर्ट से दिल्ली जा रही हैं. अनामिका को कविता पाठ नहीं करने के नाराज अन्य कवियों ने भी कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया.
बिहार सरकार इतना डर गई कि मुझे सोनपुर में प्रवेश तक नही करने दिया गया सुबह से पटना में ही रोका गया। कवियों की पूरी टीम सोनपुर गई और कार्यक्रम का बहिष्कार कर वापस लौटी।@narendramodi @myogiadityanath @NitishKumar
उस पर ये झूठ 👇🏻 pic.twitter.com/mf47TMiPHZ— Anamika Jain Amber (@anamikamber) November 26, 2022
असहिष्णुता का राग गाने वालों !
बिहार के सोनपुर मेले में सुप्रसिद्ध कवियित्री @anamikamber को कविता पाठ से क्यूं रोका।पुरस्कार वापसी गैंग वालों !
कुछ तो बोलो, मुंह तो खोलो#I_stand_with_Dr_anamika_ambar pic.twitter.com/iSgXnYFfJr— राकेश त्रिपाठी Rakesh Tripathi (@rakeshbjpup) November 26, 2022
दरअसल, सोनपुर मेले में शुक्रवार को अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम शुरू होने के पहले छपरा एडीएम ने कार्यक्रम संचालक सजीव मुकेश से कहा कि अनामिका जैन अंबर को छोड़कर बाकी सभी कवि मंच पर कविता पाठ करेंगे. एडीएम की इस बात को सुनकर सब हैरान रह गए. बात हुई लेकिन एडीएम ने कहा कि अनामिका जैन अंबर कविता पाठ नहीं करेंगी. इसके बाद अन्य कवियों को गुस्सा आ गया. उन्होंने इस बात को अपमान की तरह लिया और कार्यक्रम का बहिष्कार कर दिया.
फेसबुक लाइव के जरिए जताई नारजगी
इस तरह से अपमान किए जान के बाद अनामिका अंबर ने बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. फेसबुक पर लाइव आकर उन्होंने कहा, ” जिस तरीके की कविताएं उन्होंने हाल में लिखी और गाई हैं, खासकर योगी आदित्यनाथ के बारे में जो उन्होंने लिखा है और गाया जो काफी चर्चा में आया, उसकी वजह से बिहार सरकार के इशारे पर उन्हें सोनपुर मेले के कवि सम्मेलन के उस मंच पर नहीं आने दिया गया, जिसके विरोध में वहां मौजूद दूसरे कवियों ने कवि सम्मेलन का बहिष्कार किया.”
अनामिका अंबर यहीं नहीं रुकीं, उन्होंने सीधे बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा, ”सरकार उनकी कविता से डरी हुई है. और जानबूझकर उन्हें काव्य पाठ से बिहार में रोका गया.”
कवयित्री के मुताबिक, एडीएम स्तर के अधिकारी ने मंच पर जाने से रोक दिया था. अधिकारी ने हाथ जोड़कर माफी मांगते हुए कहा कि ऊपर से आदेश हैं. आपको काव्य पाठ नहीं करने दिया जाए.
‘यूपी में बाबा’ गाना बताया जा रहा बड़ी वजह
बताया जाता है कि अनामिका जैन अंबर ने ‘यूपी में बाबा’ गाना गाया था, जिसकी वजह से उन्हें काव्य पाठ से रोका गया है. अनामिका ने यह गाना यूपी में इसी साल हुए विधानसभा चुनाव के दौरान गया था. गाना ‘यूपी में का बा’ गाने के जवाब में बनाया और गाया गया था. इन दोनों ही गानों में जमकर सुर्खियां बटोरी थीं.
भाजपा ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ० निखिल आनंद ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राज्य में ‘कल्चरल पुलिसिंग’ और ‘सांस्कृतिक ठेकेदारी’ करने का आरोप लगाया है. निखिल आनंद ने बिहार सरकार द्वारा सोनपुर मेले के दौरान आयोजित कवि सम्मेलन का हवाला देते हुए बताया कि एक महीने पहले देशभर के नामी-गिरामी व लोकप्रिय कवियों को अनुबंधित किया गया था. उन्हें आयोजन के लिए पटना बुलाया गया था. लेकिन सोनपुर मेला स्थित कवि सम्मेलन के आयोजन स्थल पर पहुंचते ही आज आयोजकों ने देश की लोकप्रिय कवयित्री अनामिका जैन अंबर को कविता पाठ करने से यह कहते हुए रोक दिया कि ऊपर से सरकार का आदेश है. अनामिका जैन के समर्थन में सभी आगंतुक कवियों ने कविता पाठ करने से मना कर दिया और बिना कवि सम्मेलन में भाग लिए बैरंग वापस लौट गए.
Source : Aaj Tak