प्रॉपर्टी डीलर आशुतोष शाही और उसके तीन बॉडीगार्ड की हत्या की जांच कर रही सीआईडी टीम के रडार पर शहर में भूमि कारोबार से जुड़े कई सफेदपोश हैं। उनसे सीआईडी पूछताछ करेगी। इसके लिए कई लोगों के नाम नोटिस भी जारी किए जाने की चर्चा है। हालांकि सीआईडी की ओर से इस संबंध में आधिकारिक तौर पर फिलहाल कुछ भी नहीं बताया जा रहा है। अब तक सीआईडी को शूटर और हत्या में इस्तेमाल हथियार का सुराग नहीं मिल पाया है।
सीआईडी को आशंका है कि हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी शहर से बाहर नहीं निकले हैं। उसे शहर और उसके आसपास के इलाके में ही छिपाया गया है। इसका सुराग तलाशने के लिए खूफिया सूत्रों से भी सीआईडी के अधिकारी संपर्क में है। इसके अलावा घातक हथियार अपराधियों को मुहैया कराने वाले हथियार धंधेबाज का भी सुराग ढूंढ़ा जा रहा है। आशंका है कि आशुतोष शाही की हत्या में भाड़े पर हथियार लिए गए थे। मुजफ्फरपुर में पूर्व में हुए कई हत्याकांड में भाड़े पर लिए गए हथियार का उपयोग किया गया था। मिठनपुरा थाना के शिवशंकर पथ में भाड़े के एके-47 से अंजनी ठाकुर गिरोह ने ठेकेदार की हत्या की थी। इसके अलावा पुरानी बाजार के आभूषण व्यवसायी की हत्या में भी भाड़े पर लिए गए हथियार का इस्तेमाल हुआ था। शूटर की तलाश में थक चुकी सीआईडी अब पुलिस के उन मुखबिरों से भी संपर्क साध रही है जो अलग-अलग इलाके के शूटर की पहचान रखते हैं। मंटू व गोविंद के अलावा आशुतोष शाही की हत्या और कौन ग्रुप करा सकता है इस बिंदू पर भी सीआईडी की टीम जांच कर रही है।
घटनास्थल पर गए पुलिस कर्मियों से होगी पूछताछ सीआईडी की टीम घटनास्थल पर गए पुलिस कर्मियों से भी जानकारी ले रही है। अधिकारी ने क्या बात संज्ञान में लिया, ये जाना जा रहा है।
Source : Hundustan