असम के नगांव जिले में 14 वर्षीय नाबालिग से हुए गैंगरेप के मुख्य आरोपी तफजुल इस्लाम की शनिवार, 24 अगस्त को तालाब में डूबने से मौत हो गई। पुलिस हिरासत से भागने के दौरान वह तालाब में कूद गया था। नगांव के एसपी स्वप्ननील डेका के अनुसार, आरोपी को 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और 24 अगस्त की सुबह 3:30 बजे उसे क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए घटनास्थल पर ले जाया जा रहा था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने एक पुलिसकर्मी पर हमला किया और भागने की कोशिश की। इस दौरान उसने तालाब में छलांग लगा दी, जिसके चलते उसकी मौत हो गई। घायल पुलिसकर्मी को अस्पताल में भर्ती कराया गया और तुरंत सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। एसडीआरएफ की टीम की मदद से करीब दो घंटे की तलाशी के बाद आरोपी का शव तालाब से बरामद किया गया।
मृतक आरोपी के गांव बोरभेटी के लोगों ने उसके जनाजे का बहिष्कार कर दिया और गांव के कब्रिस्तान में उसे दफनाने की अनुमति नहीं दी। गांव के बुजुर्ग मोहम्मद शाहजहां अली चौधरी के मुताबिक, ग्रामीणों ने आरोपी के परिवार का भी सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि गांव के युवक के इस अपराध ने पूरे समुदाय को शर्मिंदा कर दिया है।
गुरुवार, 22 अगस्त को नगांव के ढींग इलाके में तीन युवकों ने 14 साल की नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था। पीड़ित लड़की ट्यूशन से लौट रही थी जब मोटरसाइकिल सवार आरोपियों ने उसे घेर लिया और वारदात को अंजाम दिया। आरोपी पीड़िता को तालाब के पास सड़क किनारे छोड़कर फरार हो गए। स्थानीय लोगों ने लड़की को अस्पताल पहुंचाया और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से एक की मौत हो चुकी है, जबकि तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। इस घटना के बाद पूरे असम में प्रदर्शन हुए और लोगों ने न्याय की मांग की। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा शर्मा ने कहा है कि घटना मानवता के खिलाफ अपराध है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने डीजीपी को सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।