महादेव के भक्तों को सावन के बाद महाशिवरात्रि का बड़ी बेसब्री से इंतजार रहता है। शिवभक्त पूरे साल इस दिन की प्रतीक्षा में रहते है। हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, महाशिवरात्रि पर ही भगवान शंकर ने वैरागी जीवन का परित्याग कर गृहस्थ जीवन अपनाया था। इस दिन देवों के देव महादेव एवं माता गौरी का विवाह संपन्न हुआ था। इस दिन शिव और शक्ति का मिलन हुआ था। प्रकृति और पुरुष का मिलन हुआ था। कहा जाता हैं कि इस दिन भोलेनाथ के साथ माता पार्वती की पूजा– अराधना करने से हर मनोकामना पूरी होती है। महाशिवरात्रि के दिन शिवजी का जलाभिषेक करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
हर साल फाल्गुन मास की कृष्ण की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनाया जाता है। हालांकि हर त्योहार की तरह महाशिवरात्रि की तारीख को लेकर भी लोग असंजस की स्थिति में हैं कि ये मनाया कब जायेगा। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि शिवरात्रि 18 फरवरी को हैं या 19 फरवरी को।
महाशिवरात्रि व्रत शुभ मुहूर्त
महाशिवरात्रि व्रत तारीख- 18 फरवरी 2023
चतुर्दशी तिथि आरंभ- रात 8 बजकर 2 मिनट पर (18 फरवरी 2023)
चतुर्दशी समाप्त- शाम 4 बजकर 18 मिनट तक (19 फरवरी 2023)
प्रथम प्रहर रात्रि पूजा- शाम 06 बजकर 21 मिनट से रात 09 बजकर 31 मिनट तक
द्वितीया प्रहर रात्रि पूजा – रात 09 बजकर 31 मिनट से प्रात: 12 बजकर 41 तक (19 फरवरी 2023)
तृतीया प्रहर रात्रि पूजा – सुबह 12 बजकर 41 मिनट से सुबह 03 बजकर 51 मिनट तक (19 फरवरी 2023)
चतुर्थ प्रहर रात्रि पूजा – सुबह 03 बजकर 51 मिनट से सुबह 07:00 बजे तक (19 फरवरी 2023)
इस साल यह पवित्र दिन 18 फरवरी 2023 को है महाशिवरात्रि 18 फरवरी को मनाई जाएगी।
लड़कियों को मिलता हैं मनचाहा पति
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इसी दिन माता गौरी को शिवजी पति के रूप में प्राप्त हुए थें। माता पार्वती ने महादेव को पति के रूप में पाने के लिए सालों तक घोर तपस्या किया, तब जाकर उन्हें शिवजी पति के रूप में मिले। ऐसा कहा जाता है कि कुंवारी लड़कियां शिवरात्रि का व्रत और पूजा करती हैं तो उन्हें मनचाहा वर मिलता है।