MUZAFFARPUR – बाेचहां विधानसभा उप चुनाव के लिए रविवार काे प्रचार खत्म हाे गया। 12 अप्रैल काे वाेट डाले जाएंगे। प्रचार के आखरी दिन राजद की ओर से प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, VIP के मुकेश सहनी ताे एनडीए उम्मीदवार के लिए खुद सीएम नीतीश कुमार ने माेर्चा संभाला। दरअसल, यह उप चुनाव बिहार की राजनीति के लिए हाॅट केक बन गया है। मैदान में भाजपा से बेबी कुमारी, राजद से अमर पासवान एवं VIP से गीता कुमारी लड़ाई काे त्रिकाेणीय बना रहे हैं। लेकिन, भविष्य VIP के मुकेश सहनी और भाजपा सांसद अजय निषाद का भी तय हाेगा। चुनावी घाेषणा से काफी पहले से दाेनाें एक-दूसरे पर हमलावर रहे हैं। बाेचहां सीट पहले एनडीए के घटक रहे VIPके पास थी। पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी से मुसाफिर पासवान जीते थे। लेकिन, उनके निधन के बाद हाे रहे उप चुनाव में भाजपा ने न सिर्फ यह सीट उनसे ले ली बल्कि यूपी चुनाव में उतरकर माेदी-याेगी के खिलाफ बाेलने के कारण उन्हें एनडीए से भी रफा-दफा कर दिए गए। उनके शेष बचे 3 विधायकाें ने भी भाजपा का दामन थामकर उन्हें अकेला कर दिया। मंत्री पद भी गंवानी पड़ी। रही सही कसर राजद ने पूरी कर दी। चुनाव के ऐन मौके पर तेजस्वी यादव ने पूर्व विधायक मुसाफिर पासवान के बेटे अमर पासवान काे अपने पाले में लेकर उम्मीदवार बना दिया। बाद में उन्हें 5 दशक तक बाेचहां की राजनीति के केंद्र में रहे पूर्व मंत्री रमई राम की बेटी गीता कुमारी काे पार्टी प्रत्याशी बनाना पड़ा। ऐसे में मुकेश सहनी के लिए यह चुनाव अस्तित्व की लड़ाई बन गया है।
भाजपा के परंपरागत ब्रह्मर्षि समाज के वाेट में राजद ने सेंध लगाने की काेशिश की है
राजद ने पहली बार भाजपा के परंपरागत ब्रह्मर्षि समाज के वाेट में सेंध लगाने की काेशिश की है। समाज के लाेगाें काे पाले में लाने के दांव के तहत ही पार्टी विधान परिषद के चुनाव में 3 सीटाें पर समाज से आने वाले उम्मीदवाराें की जीत काे क्षेत्र में खूब भुनाने में जुटी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल की बैठक में ब्रह्मर्षि समाज की नाराजगी का वीडियाे भी खूब वायरल हाे रहा है। यही वजह है कि उप चुनाव हाेते हुए भी काेई काेर-कसर न रहे। इसलिए कई केंद्रीय मंत्रियाें के साथ पूरी बिहार भाजपा बाेचहां में उतर आई बहरहाल, चुनावी शाेर थमने के बाद अब मैदान में उतरे सभी प्रमुख दल की नजर अपने वाेटराें काे पाले में रखने के साथ विराेधी के वाेटराें में सेंध लगाने पर है।
निषाद समाज का नेता बनने की लड़ाई मानी जा रही
उप चुनाव में पार्टी सांसद अजय निषाद ही नहीं भाजपा की प्रतिष्ठा भी दांव पर है। चुनाव से पहले पार्टी उम्मीदवार बेबी कुमारी के लिए माेर्चा सबसे ज्यादा अजय निषाद ही संभाले हुए थे। उन्हाेंने VIP नेता मुकेश सहनी पर जमकर हमला बाेला। दाेनाें के बीच जुबानी जंग के पीछे खुद काे अति पिछड़ा खासकर निषाद समाज का नेता दिखाने की लड़ाई भी माना जा रहा है।
Source : Dainik Bhaskar