राजधानी पटना में प्रदूषण के ख’तरनाक स्तर पर पहुंच जाने के बाद सीएम नीतीश ने आज हाईलेवल बैठक बुलाई थी। सीएम आवास में आयोजित बैठक में डिप्टी सीएम सुशील मोदी, प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष के अलावे सभी वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। बैठक में ताजा हालात पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ हीं इससे निपटने को लेकर क्या उपाय किए जा सकते हैं इस पर चर्चा की गई।

बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पटना और आसपास के जिलों में प्रदूषण के हालात खराब हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि आज की बैठक में फैसला हुआ है कि 15 साल पुरानी गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाई जाए। कल से हीं यह आदेश सख्ती से लागू होगा। मुख्यसचिव दीपक कुमार ने बताया कि 15 साल पुराने व्यवसायिक वाहनों को पटना में प्रतिबंधित किया गया है। 15 साल पुरानी निजी गाड़ियों को फिर से जांच कराना होगा।

साथ हीं आज की बैठक में प्रदूषण पर नियंत्रण को लेकर पुआल जलाने पर सख्ती होगी। किसी भी कीमत पर पुआल जलाने पर रोक रहेगी।

पटना में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर हो गई है। राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 से अधिक है। यह एक्यूआई लोगों की सेहत के लिए हानिकारक है। 2-3 नवंबर को एयर क्वालिटी इंडेक्स ने रिकॉर्ड तोड़ा। दो नवंबर की रात तक एक्यूआई का स्तर 428 था, जबकि 3 नवंबर की रात 8 बजे तक औसतन एक्यूआई स्तर 414 मापा गया। 25 अक्टूबर को एक्यूआई स्तर 103 था, वहीं तीन नवंबर को 414 है यानि की करीब 4 गुना अधिक हो गया।

 

बता दें कि धूल और धुंध का असर छठ के सुबह के अर्घ्य के दौरान भी दिखा था।पटना में सूरज सुबह में करीब 8 बजे दिखाई दिए,जबकि निर्धारित समय 5:58 बजे हीं था।

मौसम विभाग के मुताबिक इसका प्रमुख कारण आसमान में बादल छाये होने को बता रहा था। एमयूआई 0 से 50 के बीच अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 तक बेहद खराब और 400 के ऊपर खतरनाक मानाजाता है।

Input : News4Nation

I just find myself happy with the simple things. Appreciating the blessings God gave me.