वर्ष 2018 में यूपीएससी का इंटरव्यू देने वाले शहर के गौतम ने 64वीं बीपीएससी की परीक्षा में 304वां रैंक हासिल किया है। वे मूल रूप से मझौली खेतल के रहने वाले हैं। गौतम ने बताया कि उन्होंने दूसरे प्रयास में सफलता पाई है और उन्हें राजस्व पदाधिकारी का पद मिलेगा। वे वर्ष 2017 से बैंक ऑफ इंडिया मुंबई में पीओ के पद पर कार्यरत हैं। कहा कि पिछले वर्ष भी बीपीएससी में वे इंटरव्यू राउंड तक पहुंचे थे लेकिन चयन नहीं हो सका था। उनके पिता का नाम नागेंद्र प्रसाद सिंह है। वे व्यवसायी हैं। माता उषा सिंह गृहिणी हैं। वे चार भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं।
बताया कि पिछले वर्ष परीक्षा देने के बाद अनुभव आया। उसी आधार पर सेल्फ स्टडी के आधार पर तैयारी की। कहा कि बीपीएससी की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को चाहिए कि वे अपना नोट्स बनाएं। ज्यादा किताबें पढ़ने के बजाए ज्यादा बार किताबें पढ़ें। इससे टॉपिक पर एक कांसेप्ट बनेगा। वहीं उत्तर लिखने का प्रयास करें। यह अपनी ही भाषा में होनी चाहिए। उन्होंने अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई सीबीएसई से की है।
पहले ही प्रयास में निखिल ने पाई बीपीएससी परीक्षा में सफलता, मिला 398वां रैंक
सेल्फ सेल्फ स्टडी की बदौलत निखिल कुमार ने अपने पहले ही प्रयास में ही बीपीएससी में सफलता पाई है। उन्हें 398 रैंक हासिल हुआ है। अब वे सीओ के पद पर अपना योगदान देंगे। निखिल ने बताया कि वह मूल रूप से पूर्वी चंपारण के परसौनी कपूर के रहने वाले हैं। वर्ष 2017 में उन्होंने यूपीएससी में इंटरव्यू दिया था। इससे उन्हें सफलता प्राप्त करने में काफी मदद मिली। बताया कि इससे पहले वे बताओ और सॉफ्टवेयर इंजीनियर एक निजी कंपनी में कार्यरत थे। 2 वर्ष से नौकरी छोड़ कर वह प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। बताया कि उनके पिता मुजफ्फरपुर में कृषि पदाधिकारी थे।