भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ग्राहकों को साइबर अपराध से बचाने के लिए नई योजना शुरू की है। अब बैंकों से भेजे जाने वाले कॉल और मैसेज केवल 6 अंकों वाले आधिकारिक नंबर से ही किए जाएंगे। वर्तमान में एसबीआई, पीएनबी जैसे प्रमुख बैंकों के अलग-अलग नंबरों से ग्राहकों को संपर्क किया जाता है, जिससे साइबर अपराधी धोखाधड़ी का प्रयास करते हैं और भ्रम की स्थिति पैदा होती है।
बैंकिंग विशेषज्ञों के अनुसार, 6 अंकों के निर्धारित नंबरों के जरिए इस समस्या पर काबू पाया जा सकेगा। इससे ग्राहक आसानी से असली और नकली कॉल या संदेश की पहचान कर सकेंगे। रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को इस दिशा में कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
साथ ही, हाल ही में यूपीआई लेन-देन की सीमा बढ़ाकर अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों के लिए 5 लाख रुपये कर दी गई है। यूपीआई के बढ़ते इस्तेमाल को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए रिजर्व बैंक साइबर सुरक्षा के कई अहम कदम उठा रहा है।