मुजफ्फरपुर। पटना आईएसबीटी की तरह बनने वाला बैरिया बस टर्मिनल का निर्माण कार्य मार्च के बाद शुरू होगा। इसका निर्माण डेढ़ साल यानी कि 18 महीने में पूरा करना होगा। इसके लिए बुडको द्वारा जारी किया गया टेंडर 15 फरवरी तक भरा जाएगा। इसके बाद टर्मिनल निर्माण के लिए बुडको मुख्यालय के स्तर से निर्माण एजेंसी का चयन किया जायेगा।
मालूम हो कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बस टर्मिनल निर्माण पर 129.84 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ईपीसी मोड में काम किया जाएगा। इसके तहत चयनित एजेंसी पर डिजाइन बनाने से लेकर निर्माण कार्य तक की पूरी जिम्मेदारी संभालेगी। इससे पूर्व एमएससीएल ने बुडको को बस टर्मिनल का प्लिंथ आधारित नक्शा दिया था।
बता दें कि स्मार्ट सिटी के रूप में शहर का चयन होने के उपरांत बैरिया में इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल बनाने की योजना बनी थी। बीते तीन वर्षों से इसे लेकर कवायद चल रही थी, जो पिछले साल मार्च 2022 में बुडको के साथ बात फाइनल होने पर एमएससीएल बोर्ड की मीटिंग में स्वीकृत हुई। बीते 30 नवम्बर को एमएससीएल के अफसरों की टीम ने पटना में बुडको को आरएफपी सौंपे थे। इसमें बजट व उसके निर्माण से जुड़ी शर्त एवं समयावधि का जिक्र है।
बुडको कार्यपालक अभियंता अबुल कलाम आजाद ने इससे संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि बैरिया बस टर्मिनल के निर्माण को लेकर टेंडर जारी कर दिया गया है। एजेंसी चयनित होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
मालूम हो कि बैरिया बस टर्मिनल चार मंजिला और एसी युक्त होगा। इसका लुक एयरपोर्ट की तरह रहेगा व उसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। वहीं टर्मिनल परिसर में 158 बसों की क्षमता होगी। इसमें वर्कशॉप के अलावा कार, ऑटो व अन्य वाहनों के लिए पार्किंग स्पॉट भी होगा। टर्मिनल का मुख्य भवन चार मंजिला रहेगा। जिसमें राज्य परिवहन निगम के ऑफिस के अलावा डॉरमेट्री, रेस्टोरेंट, वीआईपी वेटिंग रूम आदि रहेंगे।मुजफ्फरपुर। पटना आईएसबीटी की तरह बनने वाला बैरिया बस टर्मिनल का निर्माण कार्य मार्च के बाद शुरू होगा। इसका निर्माण डेढ़ साल यानी कि 18 महीने में पूरा करना होगा। इसके लिए बुडको द्वारा जारी किया गया टेंडर 15 फरवरी तक भरा जाएगा। इसके बाद टर्मिनल निर्माण के लिए बुडको मुख्यालय के स्तर से निर्माण एजेंसी का चयन किया जायेगा।
मालूम हो कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बस टर्मिनल निर्माण पर 129.84 करोड़ रुपए खर्च होंगे। ईपीसी मोड में काम किया जाएगा। इसके तहत चयनित एजेंसी पर डिजाइन बनाने से लेकर निर्माण कार्य तक की पूरी जिम्मेदारी संभालेगी। इससे पूर्व एमएससीएल ने बुडको को बस टर्मिनल का प्लिंथ आधारित नक्शा दिया था।
बता दें कि स्मार्ट सिटी के रूप में शहर का चयन होने के उपरांत बैरिया में इंटीग्रेटेड बस टर्मिनल बनाने की योजना बनी थी। बीते तीन वर्षों से इसे लेकर कवायद चल रही थी, जो पिछले साल मार्च 2022 में बुडको के साथ बात फाइनल होने पर एमएससीएल बोर्ड की मीटिंग में स्वीकृत हुई। बीते 30 नवम्बर को एमएससीएल के अफसरों की टीम ने पटना में बुडको को आरएफपी सौंपे थे। इसमें बजट व उसके निर्माण से जुड़ी शर्त एवं समयावधि का जिक्र है।
बुडको कार्यपालक अभियंता अबुल कलाम आजाद ने इससे संबंधित जानकारी देते हुए बताया कि बैरिया बस टर्मिनल के निर्माण को लेकर टेंडर जारी कर दिया गया है। एजेंसी चयनित होने के बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा।
मालूम हो कि बैरिया बस टर्मिनल चार मंजिला और एसी युक्त होगा। इसका लुक एयरपोर्ट की तरह रहेगा व उसमें सभी सुविधाएं उपलब्ध होगी। वहीं टर्मिनल परिसर में 158 बसों की क्षमता होगी। इसमें वर्कशॉप के अलावा कार, ऑटो व अन्य वाहनों के लिए पार्किंग स्पॉट भी होगा। टर्मिनल का मुख्य भवन चार मंजिला रहेगा। जिसमें राज्य परिवहन निगम के ऑफिस के अलावा डॉरमेट्री, रेस्टोरेंट, वीआईपी वेटिंग रूम आदि रहेंगे।