अयोध्या में रामलाला की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान शुरू हो गया है। 22 जनवरी को पीएम मोदी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा करेंगे। इस पूजा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांकेतिक यजमान होंगे जबकि डॉक्टर अनिल मिश्र मुख्य यजमान रहेंगे। रामलला की मूर्ति अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई है। आइए जानते हैं कि इस मूर्ति की खासियत क्या है?
रामलला की मूर्ति की ऊंचाई पैर की अंगुली से ललाट तक 51 इंच है। मूर्ति का वजन करीब 150 से 200 किलो है। मूर्ति के ऊपर मुकुट व आभामंडल होगा और श्रीराम की भुजाएं घुटनों तक लंबी हैं। इनकी मस्तक सुंदर, आंखे बड़ी और ललाट भव्य है। प्रभु राम कमल दल पर खड़ी मुद्रा में होंगे। उनके हाथ में तीर व धनुष होगा। साथ ही मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बाल सुलभ कोमलता दिखाई देगी।
बता दें कि अरुण योगीराज ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फीट ऊंची प्रतिमा बनाई थी। साथ ही मैसूर में स्वामी रामकृष्ण परमहंस की प्रतिमा, मैसूर के राजा की 14़.5 फीट ऊंची सफेद अमृत शिला प्रतिमा, मैसूर के चुंचनकट्टे में हनुमान जी की 21 फीट ऊंची प्रतिमा और संविधान निर्माता डॉ़ बीआर आंबेडकर की 15 फीट ऊंची प्रतिमा बना रखी है।