दीपावली से पहले राज्य सरकार ने सरकारी कर्मियों और पेंशनधारियों को बड़ा उपहार देने की तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल सीएम नीतीश कुमार सरकारीकर्मियों और पेंशन भोगियों को उनके डीए यानी मंहगाई भत्ता में इजाफा करने जा रहे हैं। इसे लेकर सीएम नीतीश कुमार ने 3 नवंबर को कैबिनेट बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में सरकारी सेवक और पेंशन भोगियों के महंगाई भत्ते पर मुहर लगाई जाएगी। वित्त विभाग की तरफ से कैबिनेट सचिवालय को महंगाई भत्ता का प्रस्ताव भेज दिया गया है।
इसके बाद सरकारी सेवकों और पेंशनधारियों का डीए 42 फीसदी से बढ़कर 46 फीसदी हो जाएगा। मालूम हो कि वर्तमान में सरकारी सेवकों और पेंशनधारियों को 42 फीसदी महंगाई भत्ता मिल रहा है। लेकिन अब इसमें सरकार चार फीसदी का इजाफा करने जा रही है।
नीतीश सरकार के इस फैसले से बिहार के 5 लाख सरकारी सेवकों को फायदा होगा जबकि इतने ही संख्या में पेंशन भोगी इससे लाभान्वित होंगे। एक जुलाई 2023 से इसका आर्थिक लाभ दिया जाएगा जबकि दिसंबर के सैलरी में एरियर दिया जाएगा। इससे पहले केन्द्रीयकर्मियों और पेंशनधारियों के डीए में इजाफा किया गया है। 18 अक्टूबर को मोदी कैबिनेट ने यह फैसला लिया।
बता दें कि यदि किसी कर्मी की प्रति माह 36,500 रुपए बेसिक सैलरी है तो उसे वर्तमान में बेसिक सैलरी पर 42 फीसदी डीए मिल रहा है। इस हिसाब से 15,330 रुपए प्रतिमाह होता है। इसमें बेसिक और डीए मिला दें तो फिर यह राशि 51 हजार 830 हो जाती है। लेकिन जुलाई 2023 से डीए 4% बढ़ जाता है तो कर्मचारियों का बढ़ा हुआ डीए अमाउंट 1,460 रुपये हो जायेगा। यानी कुल डीए अमाउंट 16,790 रुपये हो जाएगा। इस तरह से कर्मचारियों की मासिक सैलरी में 1460 रुपये की बढ़ोतरी हो जायेगी।