मुजफ्फरपुर के लोगों को प्रदूषण से राहत दिलाने के लिए बड़ी कार्ययोजना बनाई गई है। इसके लिए आठ विभागों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिसके तहत बिना पार्किंग के चल रहे होटलों व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के ऊपर भी सख्ती बरतने को कहा गया है। दरअसल बिना पार्किंग वाले प्रतिष्ठानों के पास जाम लगने से भी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है।
वहीं नगर आयुक्त नवीन कुमार ने प्रदूषण पर रोकथाम के लिए बनी कार्ययोजना के संबंध में अलग-अलग विभागों को जिम्मेदारी सौंप दी है। प्रदूषण को रोकने के लिए शहर के प्रमुख जगहों पर फाउंटेन बनाने का निर्देश दिया गया है। जबकि जिला उद्योग केंद्र के जीएम फैक्ट्रियों की जांच की जिम्मेदारी दी गई है।
प्रदूषण के रोकथाम पर होने वाली अगली बैठक में जांच रिपोर्ट रखी जायेगी। आरसीडी को एनएच के डिवाईडर पर पौधरोपण के लिए कहा गया है। नगर आयुक्त नवीन कुमार की अध्यक्षता में बीते 27 जनवरी को प्रदूषण पर रोकथाम अलग–अलग विभागों के अधिकारियों के बीच बैठक हुई थी। इस बैठक में लिए गए निर्देश की प्रति बुधवार को सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को भेजी गई है।
वहीं दूसरी तरफ ट्रैफिक जाम के कारण शहर व आसपास के इलाकों में पर्यावरण प्रदूषित हो रही है। इसे लेकर नगर आयुक्त ने वन- वे ट्रैफिक पर जोर दिया है। इस संबंध में जिला परिवहन अधिकारी की तरफ से जानकारी दी गई है कि पार्किंग स्थल के अभाव में वन वे ट्रैफिक में बाधा आ रही है।
प्रदूषण रोकथाम के लिए लिया गया निर्णय
1. सुबह आठ बजे से पहले शहर की सड़कों से कचरा का होगा उठाव
2. पर्यावरण मानकों के सख्ती से पालन के लिए फैक्ट्रियों की होगी जांच।
3. एनएच पर बने डिवाइडर पर पौधरोपण के जरिए किया जाएगा हरा-भरा।
4. मिट्टी, बालू व गिट्टी की ढुलाई के दौरान गाड़ियों पर होगा कवर का उपयोग।
5. ढंककर किया जाएगा भवन निर्माण कार्य।
6. पराली जलाने पर पूरी तरह से रोक।
7. शहर के प्रमुख जगहों पर बनेंगे फाउंटेन।
8. 15 वर्ष पुरानी गाड़ियों के परिचालन पर रोक।