भारत की तरफ से लड़ी जा रही कानूनी लड़ाई और कूटनीतिक प्रयास आखिरकार रंग लाए। कतर की अपीलीय अदालत ने नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों की मृत्युदंड की सजा को कम कर कैद में बदल दिया है। हालांकि, इस बाबत विस्तृत फैसले का इंतजार किया जा रहा है। ये अधिकारी एक साल से भी अधिक समय से कतर की जेल में हैं।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि हदरा ग्लोबल मामले में कतर की अपीलीय अदालत के फैसले पर हमने गौर किया है, जिसमें सजाएं कम की गई हैं। विस्तृत फैसले की प्रतीक्षा है। हम कांसुलर व कानूनी सहायता देना जारी रखेंगे। कॉप-28 के दौरान प्रधानमंत्री ने इस सिलसिले में कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से मुलाकात की थी। गौर हो कि नौसेना के सात पूर्व अधिकारियों और एक पूर्व नाविक को कतर की खुफिया एजेंसी ने 30 अगस्त, 2022 को गिरफ्तार कर लिया था।ं। ये वहां ओमान के एक सैन्य अधिकारी द्वारा संचालित अल दहरा ग्लोबल टेक्नोलॉजीज एंड कंसल्टिंग सर्विसेज कंपनी के लिए कार्य कर रहे थे, जो कतर की नौसेना कोप्रशिक्षण दे रही थी।