बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने मंगलवार बिहार बोर्ड इंटर के तीनों संकायों के नतीजे घोषित कर दिए हैं। कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए नतीजे ऑनलाइन जारी किए गए। वहीं बिहार बोर्ड मैट्रिक के नतीजों में अभी थोड़ी देरी हो सकती है। हालांकि बिहार बोर्ड ने मैट्रिक के नतीजों के लिए अभी कोई तारीख निश्चित नहीं की है, वहीं कोरोना वायरस को देखते हुए कॉपियों का मूल्यांकन भी 31 मार्च तक टाल दिया गया है।
दरअसल कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड ने 10वीं क्लास की कॉपियों के मूल्यांकन 31 मार्च तक टाल दिया था। इसलिए मैट्रिक के नतीजों की तारीख को लेकर अभी कुछ कहा नहीं जा सकता। वहीं केंद्र सरकार ने 21 दिन यानी 14 अप्रैल तक के लिए देश भर में लॉक डाउन किया है। इससे पहले बिहार बोर्ड अध्यक्ष आनंद किशोर ने कहा था कि 10वीं की परीक्षाओं के मूल्यांकन को 31 मार्च तक टाल दिया गया है और अगले आदेश तक यह स्थगित रहेगा।
बिहार बोर्ड के पीआरओ राजीव द्विवेदी ने बताया कि मैट्रिक का मूल्यांकन अभी पूरा नहीं हो पाया है, चूंकि देश भर में लॉक डाउन है, इसलिए 31 मार्च तक मूल्यांकन नहीं होगा। उसके बाद ही कुछ होगा। सूत्रों की मानें तो परिस्थितियों के देखते हुए अगर कॉपियों के मूल्यांकन का काम 31 मार्च से शुरू भी हुआ तो कम से 9 से 10 दिन रिजल्ट तैयार करने में लगेंगे। इसलिए बिहार बोर्ड के नतीजों में देरी होगी। मैट्रिक के नतीजे अप्रैल के आखिर में ही आने की उम्मीद जताई जा रही है।
बिहार बोर्ड की मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा 2020 24 को समाप्त हुईं थी। मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा 17 से शुरू हुईं थी। मैट्रिक परीक्षा समाप्त होने के साथ ही बिहार बोर्ड इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन में जुट गया था। इंटर का मूल्यांकन 26 फरवरी से शुरू हो गया था, वहीं मैट्रिक का मूल्यांकन पांच मार्च से शुरू हुआ था। मैट्रिक मूल्यांकन के लिए 169 केंद्र बनाए गए थे।
Input:Live Hindustan