बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से 17 से 24 फरवरी तक होने वाली मैट्रिक परीक्षा में छात्रों को पहली बार कई चीजें नई मिलेंगी। इसमें छात्रों को 100 अंकों के प्रश्नों में 20 फीसद अधिक विकल्प मिलेंगे। उत्तर पुस्तिका पर भी छात्रों की तस्वीर होगी।

बता दें कि बीते दो वर्षों से मैट्रिक परीक्षा में 50 फीसद वस्तुनिष्ट प्रश्न पूछे जाते रहे हैं। परीक्षा में 100 अंकों वाले विषयों में 50 प्रश्न पूछे जाते थे। इस वर्ष 100 अंकों वाले विषयों में 60 प्रश्न वस्तुनिष्ठ पूछे जाएंगे, लेकिन छात्रों को इसमें महज 50 के ही जवाब देने होंगे। यदि अधिक जवाब देते हैं तो पहले 50 प्रश्नों के आधार पर मार्किंग होगी।

बिहार बोर्ड की ओर से परीक्षा को लेकर केंद्राधीक्षकों के साथ-साथ जिलाधिकारी, जिला शिक्षा पदाधिकारियों को विशेष निर्देश भी जारी किए गए हैं। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को गोपनीय सामग्री उपलब्ध करा दी गई है। बोर्ड ने सभी को स्पष्ट किया है कि उत्तर पुस्तिकाएं एवं ओएमआर शीट हर दिन परीक्षा के बाद डीएम द्वारा बनाए गए स्ट्रांग रूम में जमा कराएंगे।

जूते पहनने पर नहीं मिलेगी इंट्री

मैट्रिक परीक्षा में एक बेंच पर दो से अधिक छात्रों को बैठने की अनुमति नहीं होगी। इंटर की तरह मैट्रिक में भी छात्रों को जूता-मोजा पहनकर आने की भी अनुमति नहीं होगी। प्रत्येक 25 परीक्षार्थियों पर एक वीक्षक होंगे। एक रूम में कम से कम दो वीक्षक रहेंगे।

प्रवेश पत्र खोने पर भी मिलेगी अनुमति

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने केंद्राधीक्षकों को निर्देश दिया है कि जिनका प्रवेश पत्र घर पर छूट गया है या भूल गया है, उन्हें भी परीक्षा देने की अनुमति दें। उपस्थिति पत्रक की तस्वीर से पहचान के बाद रौलशीट से सत्यापित कर बैठने की औपबंधिक अनुमति दें।

बता दें कि प्रदेश में इंटर की परीक्षा चल रही है, जो पूरी तरह कदाचारमुक्त हो रही है। इस बार इंटर की परीक्षा में भी काफी बदलाव किए गए हैं।

Input : Dainik Jagran

 

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