2011 बैच के आईएएस ऑफिसर और पेयजल व स्वच्छता मंत्रालय में निजी सचिव रवींद्र कुमार ने दूसरी बार एवरेस्ट को फतह किया। इससे पहले उन्होंने 2013 में एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी की थी। रवींद्र देश के पहले और अबतक इकलौते आईएएस हैं, जिन्होंने एवरेस्ट को फतह किया है। इस बार एक खास उद्देश्य के साथ रवींद्र ने एवरेस्ट को फतह किया। स्वच्छ गंगा, स्वच्छ भारत एवरेस्ट अभियान 2019 के तहत उन्हाेंने एवरेस्ट की चढ़ाई शुरू की और 23 मई की सुबह 4:20 बजे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर गंगाजल अर्पित किया।

रवींद्र ने कहा कि एवरेस्ट की चोटी पर गंगाजल लेकर जाना एक प्रतीक है। यह देशवासियों के लिए एक संदेश है कि अब हमें जल प्रदूषण को लेकर गंभीर होने की जरूरत है। पवित्र गंगा करीब 50 करोड़ भारतीय के पेयजल का स्रोत भयावह समस्या होती जा रही है। सिर्फ सरकार के प्रयास से जल का संरक्षण नहीं होगा। इसके लिए आम लोगों को भी आगे आना होगा। जल संरक्षण को जनआंदोलन बनाने की आवश्यकता है।

रवींद्र बोले- आधी आबादी को नहीं मिल रहा शुद्ध पेयजल

एवरेस्ट पर जाने के लिए पर्वतारोही नेपाल और चीन रूट का ही इस्तेमाल करते हैं। आईएएस रवींद्र कुछ गिने-चुने भारतीय में से हैं, जिन्होंने दोनों रूट से एवरेस्ट को फतह किया। साल 2013 में नेपाल के रास्ते एवरेस्ट को फतह किया और इस बार वे चीन रूट से एवरेस्ट की चोटी तक पहुंचे। रवींद्र ने कहा कि नीति आयोग की एक रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 तक दिल्ली समेत देश की करीब 21 बड़े शहरों का ग्राउंड वाटर प्रभावित होगा। यह 100 मिलियन लोगों को प्रभावित करेगा। 85 प्रतिशत ग्रामीण जनता आज भी पेयजल के लिए ग्राउंड वाटर पर निर्भर है। कई राज्यों के दर्जनों शहर दूषित जल से प्रभावित हैं। देश की लगभग आधी आबादी यानी 600 मिलियन लोगों के सामने पानी की समस्या है। ऐसे लोगों को या तो पेयजल आसानी से उपलब्ध नहीं है या फिर दूषित जल से वे अपना काम चला रहे हैं।

मिल चुके हैं कई अवाॅर्ड

आईएएस रवींद्र कुमार मूल रूप से बिहार के बेगूसराय के चेरिया बरियारपुर के बसही गांव के रहने वाले हैं। उनकी स्कूली शिक्षा नवोदय विद्यालय बेगूसराय से हुई। इसके बाद उन्होंने आईआईटी से अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद इन्होंने 2011 में यूपीएससी की परीक्षा दी और आईएएस बने। रवींद्र भारत सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता विभाग में पदस्थापित होने से पहले सिक्किम और उत्तर प्रदेश की सरकार में एडीएम, एसडीएम, डीएम,सीडीओ सहित कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को संभाल चुके हैं। बिहार विशेष खेल र| सम्मान, सिक्किम खेल र| सम्मान सहित कई अवाॅर्ड रवींद्र को मिल चुका है।

Input : Dainik Bhaskar

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