रेल पुलिस ने महिलाओं की तस्करी करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया है। रेल पुलिस ने पटना जंक्शन से मध्य प्रदेश के रहनेवाले दो शातिर को गिरफ्तार किया है। ये शादी कर लखीसराय की महिला को दिल्ली ले जा रहे थे। उनके चंगुल से महिला और उसके 3 वर्षीय बच्चे को बरामद कर लिया गया। शातिर ने महिला से शादी के लिए 2.27 लाख रुपये खर्च किए थे।

आरोपितों की पहचान मध्य प्रदेश के नादरगढ़ निवासी कारूलाल धनगर और निमय जिला निवासी राजेन्द्र परिदार के रूप में हुई है। पुलिस गिरोह में शामिल गया के दीपक और राजेश की तलाश में छापेमारी कर रही है। पटना के रेल पुलिस अधीक्षक अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने बताया कि पुलिस को मानव तस्कर गिरोह की सक्रियता की सूचना मिली थी।

यह पता चला था कि तस्कर गिरोह झांसे में लेकर बिहार की युवती व महिलाओं से शादी कर उन्हें अन्य राज्यों में ले जा रहा है। इसकी जानकारी के बाद रेल पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय सुशांत कुमार चंचल के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। रेल पुलिस की टीम 24 मई को पटना जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या चार पर गश्त कर रही थी। इसी दौरान पुलिस कर्मियों ने तीन वर्षीय बच्चे के साथ एक महिला को देखा। पुलिस को आता देख महिला शोर मचाने लगी। उधर उसके साथ मौजूद दो लोग भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर दोनों को दबोच लिया। उनकी पहचान मध्य प्रदेश निवासी कारूलाल धनगर और राजेन्द्र परिदार के रूप में हुई।

राजगीर ले जाकर कराई शादी महिला ने पुलिस को बताया कि उसका मायका लखीसराय में है। उसकी शादी जमुई जिले में हुई है। लेकिन पति ने उसे छोड़ दिया था। इसके बाद से वह अपने बच्चे के साथ लखीसराय जिला स्थित मायके में रहने लगी। किसी बात पर चार दिन पहले मां से उसका झगड़ा हुआ था। गुस्से में वह मां का घर छोड़कर लखीसराय से पटना आ गई।

पटना जंक्शन पर उसे राजेश और दीपक नाम के दो शख्स मिले। वे अच्छे घर में शादी का झांसा देकर उसे 22 मई को राजगीर ले गए। वहां होटल में उन्होंने कारूलाल धनगर से शादी करा दी। शादी का फोटो भी कराया गया। उनके साथ राजेंद्र परिदार भी मौजूद था। दोनों 24 मई को उसे लेकर पटना आए। आरोपित उसे दिल्ली ले जाने वाले थे। तभी उसे गिरोह के चंगुल में फंसने का अहसास हुआ।

2.27 लाख में खरीदी गई थी महिला

कारूलाल धनगर और राजेंद्र परिदार दूर के रिश्तेदार हैं। कारूलाल शादीशुदा है। लेकिन उसकी पत्नी उसे छोड़कर कहीं चली गई है। पूछताछ में कारूलाल ने बताया कि महिला खरीदने के लिए राजेंद्र ने बिहार के गया निवासी दीपक और राजेश से संपर्क किया था। इसके लिए 2.27 लाख में बात तय हुई थी।

शादी से पहले ही उसने 1.82 लाख रुपये राजेंद्र, 45 हजार राजेश और 40 हजार रुपये दीपक के खाते में स्थानांतरित किए थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपित मानव तस्कर गिरोह के सदस्य हैं। गिरोह बिहार की भोली-भाली लड़कियों और महिलाओं को अपने जाल में फंसा लेता है। बाद में बहला-फुसला खरीद-ब्रिकी कर अन्य राज्य के लोगों से उनकी शादी करवा दी जाती थी। पुलिस यह जांच कर रही है कि आरोपित अब तक कितनी महिलाओं को अपना शिकार बना चुके हैं। क्या वे इन महिलाओं को अन्य के हाथों बेचा जाता था इसकी छानबीन की जा रही है।

Source : Hindustan

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