बिहार के अनिल अग्रवाल जो लंदन में भारत का डंका बजा रहे हैं। उनका बिहार प्रेम किसी से छुपा नहीं है। बिहार दिवस के मौके पर एक बार फिर उनका बिहार प्रेम निकल कर सामने आया। जहां उन्होंने कहा कि जैसे ही मुझे बिहार का रोड साइन दिखना शुरू होता है, मैं बहुत खुश हो जाता हूं। ‘ बिहार आने का मतलब मेरे लिए मेरा बचपन है, जो प्यार, खुशी और अच्छे खाने से भरपूर है।
बिहार के प्रति अपना प्रेम और लगाव व्यक्त करते हुए अनिल अग्रवाल ने कहा कि इस जगह के लिए मेरे प्यार की व्याख्या करने के लिए पर्याप्त शब्द नहीं हैं। बिहार की हर बात पूरी दुनिया से हट कर है। उन्होंने ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि आप सबको पता है कि अंग्रेजी मेरी पहली भाषा नहीं है, लेकिन मुझे “होमसिक” का मतलब तब समझ आया जब मुझे काम की वजह से बिहार छोड़ कर जाना पड़ा।
As you all know, english isn't my first language but i understood the meaning of the word 'homesick' when i had to leave bihar for work.
There aren’t enough words to explain my love for this place. Yahan ki har baat duniya se hatt kar hai.. (1/4) pic.twitter.com/dgOzwDdCbI— Anil Agarwal (@AnilAgarwal_Ved) March 22, 2023
बता दें कि वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल हाल ही में बिहार आए थे। जिसके बारे में बात करते हुए उन्होंने लिखा कि मुझे उन गलियों में जाने का मौका मिला, जहां मैंने अपना बचपन बिताया था। वहां पहुंचते ही मैंने सबसे पहले लिट्टी खायी, वो भी धनिया चटनी और बैंगन चोखा के साथ। वो अहसास और स्वाद एकदम लाजवाब था। मुझे अभी भी याद है कि सर्दियों के दिनों में हम सब बच्चे आग के सामने बैठकर अपने बड़ों की लिट्टी चोखा बनाने में मदद करते थे। पूरी दुनिया देख ली, लेकिन इससे अच्छा खाना कहीं नहीं मिला। कहा जाता है ना, जहां आपका दिल लगे, वो ही आपका घर है। मेरा दिल, मेरा बचपन, मेरा सब कुछ इस खाने की थाली में है।