18 से 59 वर्ष तक के लोगों कोरोना की बूस्टर डोज पांच निजी अस्पतालों में दी जायेगी। सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की बैठक में इसका फैसला लिया गया। बैठक की अध्यक्षता प्रभारी सीएस डॉ. चंद्रशेखर प्रसाद ने की। इसमें डीआईओ डॉ. एके पांडेय और विभाग के अन्य सहयोगी मौजूद रहे।
बैठक में पांच निजी अस्पतालों के नाम पत्र जारी कर उन्हें अपने यहां बूस्टर डोज देने का निर्देश दिया गया। जिन अस्पतालों में बूस्टर डोज दी जायेगी, उनमें प्रशांत हॉस्पिटल, प्रसाद हॉस्पिटल, अशोका हॉस्पिटल, मीनाक्षी हॉस्पिटल और केजरीवाल अस्पताल शामिल हैं। इन सभी अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वह प्रति टीका के लिए सरकार की तरफ से निर्धारित 150 रुपये ही लेंगे। टीकाकरण और पैसे कितने लिये जा रहे हैं, इसकी निगरानी डीआईओ करेंगे। जो लोग कोरोना के दोनों टीके ले चुके हैं, उन्हें बूस्टर डोज लेना अनिवार्य है।
जिले में करीब 20 लाख लाभुक है, जिन्हें भुगतान कर बूस्टर डोज लेनी है। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि 18-59 वर्ष तक के लिए बूस्टर डोज सरकारी स्तर पर उपलब्ध नहीं करायी जायेगी। जो भी टीकाकरण केंद्र या अस्पताल शुल्क लेकर टीका देने के इच्छुक होंगे, उन्हें जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से इसकी अनुमति लेनी होगी। स्वास्थ्य विभाग की टीम जांच और सत्यापन करेगी। जिले में अबतक 55 लाख 78 हजार 236 डोज लगाई जा चुकी है। बैठक में डीपीएम बीपी वर्मा, केयर इंडिया के सौरभ तिवारी, डब्ल्यूएचओ के डॉ. आनंद, मनीष कुमार आदि थे।
Source : Hindustan